दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायगढ़ स्टेशन से करीब एक महीने पहले हावड़ा-मुंबई मेल से ट्रॉली बैग में रखे हीरे और सोने के जेवर चोरी करने वाले दो शातिर चोरों को RPF की मदद से GRP ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से 15 लाख रुपए के हीरे और सोने की ज्वेलरी भी बरामद की गई है। आरोपियों तक पहुंचने के लिए RPF ने CCTV फुटेज और मोबाइल की मदद ली और उन्हें सफलता मिल गई। जीआरपी ने इन्हें बिहार से गिरफ्तार किया है।
RPF के सीनियर DSC ऋषि कुमार शुक्ला ने बताया कि 25 नवंबर को हावड़ा-मुंबई मेल में ओडिशा राउरकेला के अशोक अग्रवाल (55) अपने परिवार के साथ रायपुर जा रहे थे। अग्रवाल व उनका परिवार ट्रेन के A2 कोच में सफर कर रहे थे। उन्हें 26, 332, 33 और 34 नंबर बर्थ मिला था। उन्होंने अपना सामान सीट के नीचे रख दिया था। खरसिया पहुंचने पर पता चला कि 32 नंबर बर्थ के नीचे रखे काले रंग का ट्राली बैग गायब है। उन्होंने पतासाजी की, तब पता चला कि चलती ट्रेन से बैग चोरी हुआ है। उन्होंने इसकी सूचना रायगढ़ GRP को दी। बैग में हीरे व सोने के करीब 15 लाख रुपए कीमती जेवर रखे थे।
ट्रेन में चोरी का मामला सामने आने पर सीनियर DSC शुक्ला ने RPF के जवानों की टीम बनाई। जांच के दौरान रायगढ़ स्टेशन की CCTV फुटेज खंगाला गया और उसमें मिले संदेहियों के फोटो को अशोक अग्रवाल को दिखाया। उन्होंने अपने साथ बैठे संदेहियों की पहचान की। फुटेज में संदेही ट्राली बैग के साथ दिखे।
पटना से पकड़े गए
फुटेज में संदेहियों की पहचान होने के बाद RPF हरकत में आ गई। फिर आरक्षण टिकट से पता लगाया गया। टिकट पटना रेलवे स्टेशन से बनी थी। आरोपी नंदकिशोर जायसवाल पिता देवकी लाल जायसवाल (64 साल) पटना के खुसरुपुर रोड एवं सुनील कुमार के रूप में पहचान की गई। टीम ने आरोपियों के मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी जुटाई और उन्हें उनके पटना के निवास में जाकर दबिश देकर पकड़ लिया। उनके पास से चोरी के जेवरों को भी बरामद कर लिया गया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
रायुपर के होटल से मिला अहम सुराग
RPF की टीम को जांच व CCTV फुटेज खंगालने पर पता चला कि आरोपियों ने रायपुर स्टेशन में भी टिकट बनवाया है। उनके रायपुर के जयस्तंभ चौक राधिका होटल में रुकने की जानकारी मिली। यहां नंदकिशोर जायसवाल और सुनील कुमार ने 25 नवंबर को करीब 11 बजे कमरा बुक कराया था। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपियों की जानकारी जुटाई और उन्हें कामयाबी मिल गई।
CCTV फुटेज की जांच से आरोपियों तक पहुंची RPF
सीनियर DSC ऋषि कुमार शुक्ला ने बताया कि हावड़ा के बाद चलती ट्रेन से चोरी की घटना सामने आने के बाद RPF ने रायगढ़, खरसिया और रायपुर सहित 7 रेलवे स्टेशनों के CCTV फुटेज खंगाल कर जांच की। फुटेज की जांच में संदेहियों के तार जुड़ते गए। उनके रायपुर से मैहर और दूसरी ट्रेन से मैहर से दानापुर जाने की जानकारी मिली। इन सभी कड़ी को जोड़ते हुए RPF की टीम आरोपियों तक पहुंची।
आरोपियों का है पुराना रिकॉर्ड
RPF अफसरों ने बताया कि दोनों आरोपियों का ट्रेनों में चोरी का पुराना रिकॉर्ड है। दोनों आरोपी साल 2019 में भी ट्रेनों में चोरी करते पकड़े गए थे। इस वारदात का खुलासा होने के बाद चोरी के अन्य मामलों में भी इनके शामिल होने की आशंका है। आरपीएफ ने पूरी कार्रवाई कर आरोपियों को जीआरपी को सौंप दिया है।
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