बिलासपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में ठगी की दुकान खोलकर निवेशकों के रकम हड़पने वाले जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के मार्केटिंग हेड 4 साल पहले फरार हो गया था। पुलिस ने महाराष्ट्र के गोंदिया में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी संचालक ने बिलासपुर में करीब 5 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। मामला कोटा थाना क्षेत्र का है।
SP पारूल माथुर ने बताया कि राज्य शासन के निर्देश पर चिटफंड के प्रकरणों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी करने एवं निवेशकों की धन वापसी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है। इसके लिए जिले में एडिशनल SP ग्रामीण रोहित झा को नोडल अधिकारी बनाया गया है और टीम गठित कर कंपनी के डायरेक्टर व अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। इसी क्रम में जीएन गोल्ड के फरार आरोपितयों की तलाश के लिए महाराष्ट्र के गोंदिया टीम भेजी गई थी। जहां चिटफंड कंपनी के मार्केटिंग हेड खेमेन्द्र बोपचे पिता नेतराम बोपचे (36) को पुलिस ने पकड़ लिया। इस कंपनी के खिलाफ जिले में कोटा, तोरवा, बिल्हा, रतनपुर, तखतपुर, सरकंडा, मस्तूरी में 7 प्रकरण दर्ज है।
कोरबा, धमतरी, दुर्ग रायपुर में भी दर्ज है अपराध
ASP रोहित झा ने बताया कि जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के खिलाफ जिले के साथ ही प्रदेश के धमतरी, कोरबा, रायपुर, सूरजपुर, दुर्ग, बेमेतरा जिले में भी धोखाधड़ी के 9 प्रकरण दर्ज है। जहां आरोपियों ने निवेशकों से करोडों रुपए की ठगी की है।
6 साल में रकम दोगुना करने दिया था झांसा
चिटंफंड कंपनी के डायरेक्टर व अधिकारियों ने मिलकर निवेशकों को रकम इन्वेस्टमेंट करने का झांसा दिया था। इस दौरान उन्होंने कंपनी में रुपए जमा करने पर 6 साल में दोगुना करने का भरोसा दिया था। इस लालच में आकर प्रदेश के सैकड़ों निवेशक कंपनी में रुपए जमा करा दिए। बाद में कंपनी के डायरेक्टर व अधिकारी ऑफिस बंद कर गायब हो गए।
हरियाणा में पकड़ाया था डायरेक्टर
पुलिस ने बताया कि इससे पहले कंपनी के डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को पुलिस ने हरियाण से गिरफ्तार किया था। इसके बाद कुछ दिन पहले एक अन्य डायरेक्टर नरेंद्र सिंह को भी पुलिस ने हरियाणा में दबिश देकर पकड़ा था। प्रकरण में एक आरोपी शैलेंद्र गोस्वामी फरार है। जिसकी संपत्ति कुर्क करने के लिए धमतरी कलेक्टर को पत्र लिखा गया है।
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