दुर्ग जिले के नए कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने शनिवार शाम को अपना पदभार संभाल लिया है। उनके पहुंचते ही जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। आईएएस मीणा जिस भी जिले में जाते हैं वहां नवाचार(इनोवेशन) के लिए जाने जाते हैं। इसलिए ऐसा कहा जा रहा है कि वीवीआईपी जिले दुर्ग में वो एजुकेशन विशेषकर तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र काफी कुछ करेंगे।
पुष्पेंद्र कुमार मीणा 2012 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वो कोंडागांव में कलेक्टर रह चुके हैं। इसके अलावा वो 15 महीने तक चिप्स के सीईओ एवं तकनीकी शिक्षा के डायरेक्टर तथा महासमुंद में जिला पंचायत सीईओ की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। मीणा के कार्यों की बात करें तो उन्होंने बस्तर में रहकर टूरिज्म के क्षेत्र में काफी काम किया है। उन्होंने बस्तर को एक टूरिस्ट सेंटर के रूप में डेवलप करने की पहल की थी। बस्तर में टूरिज्म की अपार संभावनाएं थीं, लेकिन उसे एक टूरिस्ट सेंटर के रूप में डेवलप करने का श्रेय मीणा को जाता है।
इतना ही नहीं बस्तर में लोग पशु पालन नहीं करते थे। मीणा ने लोगों को डेयरी फार्म का प्लान देकर इस ओर भी बढ़ाया। उन्होंने गौठान के क्षेत्र में भी अच्छा काम किया है। दुर्ग जिला का भिलाई क्षेत्र एजुकेशन हब के रूप में जाना जाता है। इसलिए ऐसा कहा जा रहा है कि मीणा यहां एजुकेशन के क्षेत्र में अच्छा काम करेंगे।
विवादों से भी रहा है नाता
आईएएस पुष्पेंद्र मीणा का विवादों से भी नाता रहा है। तीन साल पहले ई टेंडरिंग घोटाला उजागर होने के बाद प्रदेश सरकार ने उन्हें चिप्स के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद से हटा दिया था। मीणा इस पद पर 15 माह तक रहे। कैग ने अपनी रिपोर्ट में बीते एक साल के दौरान हुए 4600 करोड़ के ई-टेंडर घोटाले का खुलासा किया था। इसके बाद इसकी जांच ईओडब्लू को सौंपी गई थी। जांच प्रभावित न हो इसलिए सबसे पहले तत्कालीन सीईओ को हटाया गया था। उन्हें हटाने की सिफारिश जांच एजेंसी ने की थी। इसके बाद वहां से हटाकर मीणा को छत्तीसगढ़ कौशल विकास अभिकरण का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाया था।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.