सत्यनारायण अग्रवाल और उनकी पत्नी की बीजेपी में वापसी:टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़कर निर्दलीय लड़ा था मेयर का चुनाव; 6 साल बाद वापसी

भिलाई5 महीने पहले
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भाजपा नेता सत्य नारायण अग्रवाल - Dainik Bhaskar
भाजपा नेता सत्य नारायण अग्रवाल

भारतीय जनता पार्टी को दो मजबूत हाथ फिर से मिल गए हैं। काफी समय से बीजेपी से दूर दिग्गज नेता और पूर्व साडा अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल और उनकी पत्नी व महिला मोर्चा की पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अनिता अग्रवाल दोबारा पार्टी में वापसी कर ली है। उनकी वापसी को भिलाई की राजनीति में टर्निंग प्वाइंट माना जा रहा है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।

सत्यनारायण अग्रवाल ने 2015 का निगम चुनाव लड़ा था। मेयर के लिए अग्रवाल ने भाजपा से टिकट मांगी थी। पार्टी ने उनकी दावेदारी को नकारते हुए टिकट नहीं दिया। उनकी जगह विधायक विद्यारतन भसीन को टिकट दी गई थी। इसके बाद सत्यनारायण अग्रवाल बागी होकर चुनावी मैदान में उतरे थे। हालांकि उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। लंबे समय के बाद उनकी फिर से पार्टी में वापसी हुई है। पार्टी से निष्कासित होने के बाद भी सत्यनारायण अग्रवाल ने दूसरी पार्टी का दामन नहीं थामा था। पार्टी के प्रति उनकी इस निष्ठा को देखते हुए उन्हें फिर से पार्टी में वापसी दी गई है।

भाजपा नेत्री अनीता अग्रवाल
भाजपा नेत्री अनीता अग्रवाल

भाजपा के नए जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया का कहना है की सत्यनारायण अग्रवाल और उनकी पत्नी अनीता अग्रवाल ने फिर से पार्टी में वापसी कर ली है। उन्हें फोन करके बधाई भी दी गई है। फोन में उन्होंने खुशी जाहिर की और बताया कि उन्हें भी पार्टी का आदेश मिल गया है। मिशन-2023 में फिर से सत्यनारायण और उनकी पत्नी अनीता अग्रवाल पार्टी हित में काम करने के लिए उतरेंगे।