दुर्ग में व्यापारियों और भाजपा नेताओं ने स्मृति नगर चौकी का घेराव किया। उन्होंने जामुल थाने में पदस्थ आरक्षक अरुण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि भारत बंद के दौरान आरक्षक ने दुकान संचालक शत्रुघन सिंह चौहान से गुटखा मांगा। उसने सामान देने से मना किया तो आरक्षक ने वर्दी का धौंस दिखाते हुए उसकी पिटाई कर दी। इससे दुकानदार के आंख समेत शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आई है।
स्मृति नगर चौकी प्रभारी युवराज देशमुख ने बताया कि घटना शनिवार दोपहर 1.30 बजे की है। शत्रुघन सिंह चौहान ने आरोप लगाया है कि कोहका में टेंट हाउस चलाने वाले अन्ना की दुकान के पास उसकी दुकान है। उस दिन भारत बंद के चलते उसने अपनी दुकान बंद रखी थी। वह दुकान के पास ही खड़ा था। इसी दौरान आरक्षक अरुण सिंह वहां आया और दुकान खोलकर गुटखा देने के लिए बोला, पर शत्रुघन ने मना कर दिया।
आरोप है कि इस पर सिपाही ने वर्दी की धौंस दिखाते हुए उसे बुरी तरह पीटा। तीन दिन तक मामला शांत रहने के बाद मंगलवार को शत्रुघन सिंह कुछ भाजपा नेताओं और व्यापारियों को लेकर स्मृति नगर चौकी पहुंचा और गेट के सामने बैठकर धरने पर बैठ गया। व्यापारियों ने पुलिस की गुंडागर्दी के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने आरक्षक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की।
सिपाही ने लगाया दुकान संचालक पर मारपीट का आरोप
इधर सिपाही अरुण सिंह ने भी स्मृति नगर चौकी में उसके साथ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई है। सिपाही का आरोप है कि शनिवार को उसका साप्ताहिक अवकाश था। वह कोहका में रहता है। वहीं पर उसके परिचित अन्ना ने टेंट हाउस की दुकान खोला हुआ है। वह उसके पास गया हुआ था। उसने अन्ना से बोला कि भारत बंद के दिन दुकान खोले हो चल खैनी खिला दे। इसी दौरान पीछे खड़ा शत्रुघन वहां आया और गाली गलौज देते हुए कहने लगा कि दुकान खुली तो उसे क्या दिक्कत है। गाली देने से मना किया तो मारपीट की।
पुराने विवाद की बात आ रही सामने, क्रॉस अपराध दर्ज
इस मामले में दोनों के बीच पुराना विवाद होने की बात कही जा रही है। इसी को लेकर उनके बीच विवाद हुआ और मारपीट भी हुई है। इस घटना की एक फोटो भी वायरल हुई है, जिसमें सिपाही और दुकान संचालक एक दूसरे को मारते दिख रहे हैं। सीएसपी नसर सिद्दकी का कहना है कि दोनों के खिलाफ काउंटर अपराध दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.