बीएसपी में बाहर से खरीदी दवाओं का भुगतान (रिइंबर्समेंट) की प्रक्रिया सरल की जा रही है। यह प्रक्रिया मैनुअल करने की बजाए ऑनलाइन होगी। जिसके बाद कर्मियों को रिइंबर्समेंट के लिए पहले जैसा लंबा इंतजार न करना पड़े।
जवाहर लाल नेहरु चिकित्सा अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 के डायरेक्ट प्रमोद विनायके ने बताया कि ऑनलाइन रिइंबर्समेंट की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। जिसमें कर्मचारी को दवाई न मिलने की स्थिति में वह अपनी पर्ची और खरीदी जाने वाले दवाई के बिल की कापी स्कैन करके पर्सनल के माध्यम से फाइनेंस विभाग में मेल करने पर कर्मी के खाते में दवाई के बिल की राशि आ जाएगी।
इसे लेकर यूनियन सीटू के प्रतिनिधियों ने आउट सोर्स पर आने वाले न्यूरो एवं हार्ट के चिकित्सकों द्वारा लिखी जाने वाली दवाइयों का मुद्दा भी उठाया। यूनियन नेताओं का कहना है कि आउट सोर्स वाले डॉक्टर ऐसी कई दवाइयां लिखते हैं, जो सेक्टर-9 अस्पताल में नहीं मिलने पर उसका रिइंबर्समेंट नहीं होता है और कर्मियों को खुद खरीदना पड़ता। इस पर डायरेक्टर डाॅ. विनायके ने बताया कि जो दवाइयां बाहर से आने वाले डाॅक्टर लिख रहे हैं, उन्हें सेक्टर-9 के मेडिसिन के डाक्टरों द्वारा रिइंबर्समेंट के फार्म पर हस्ताक्षर लेकर रिइंबर्समेंट करवाया जा सकता है।
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