हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग ने ऑनलाइन परीक्षा की आंसर शीट जमा कराने के चक्कर में तीन छात्र बेहोश हो गए। दरअसल यूनिवर्सिटी ने परीक्षा के दिन ही आंसर शीट जमा करने का फरमान तो जारी कर दिया, लेकिन उसके लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं की। इसके चलते छात्र छात्राओं को घंटों भीषण गर्मी के बीच लाइन में लगना पड़ रहा है। शनिवार को साइंस कॉलेज दुर्ग में आंसर शीट जमा करने के लिए लाइन में लगे तीन छात्र गर्मी के चलते चक्कर खाकर बेहोश हो गए। इसके बाद वहां छात्रों ने हंगामा कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही दुर्ग विधायक अरुण वोरा वहां पहुंचे। उन्होंने भारी अव्यवस्था की बात कहते हुए इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार बताया है।
जानकारी के मुताबिक शनिवार 7 मई से प्राइवेट बीए के स्टूडेंट्स का ऑनलाइन एग्जाम शुरू हुआ है। इस परीक्षा में दुर्ग यूनिवर्सिटी के 70 हजार स्टूडेंट्स बैठ रहे हैं। इन विद्यार्थियों ने शनिवार को बीए समेत अन्य विषयों की परीक्षा दीं। एग्जाम देने के बाद सभी स्टूडेंट्स को आंसर शीट जमा करने के लिए कालेजों में बनाए गए काउंटर में जाना पड़ा। छात्र संख्या के आधार पर आंसर शीट जमा करने के लिए विश्वविद्यालय ने इतने कम काउंटर बनाए हैं कि एक-एक काउंटर में कई-कई हजार स्टूडेंट्स को लाइन में लगना पड़ा।
आंसर शीट जमा करने के लिए साइंस कालेज में इतनी भीड़ रही कि विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां आंसर शीट जमा करने पहुंचे तीन छात्र बेहोश हो गए। इसकी वजह से छात्र उग्र हो गए और यहां हंगामा शुरू हो गया। खबर मिलते ही दुर्ग विधायक अरूण वोरा साइंस कॉलेज दुर्ग पहुंचे। उन्होंने छात्रों को बड़ी मुश्किल से शांत कराया। विधायक वोरा ने कहा कि उन्होंने दुर्ग यूनिवर्सिटी की कुलपति से चर्चा की है। उन्हें बताया कि है यहां काफी अव्यवस्था है। उनसे काउंटर बढ़ाए जाने के लिए कहा गया है। सोमवार को सभी कालेजों में काउंटर बढ़ जाएंगे।
साइंस कालेज के प्राचार्य ने तत्काल बढ़ाए काउंटर
जैसे ही तीन छात्रों के बेहोश होने की खबर मीडिया में आई यूनिवर्सिटी से लेकर साइंस कालेज प्रबंधन में हड़कंप मच गया। साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह ने तत्काल पहल करते हुए अपने यहां सेंटर्स की संख्या को बढ़वाया। इसके बाद छात्र छात्राएं आसानी से अपनी आंसर शीट को जमा कर पाए।
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