सुविधा में रोड़ा; 2 साल पहले पूरा होना था काम:स्काडा सिस्टम का काम शेष, रोका 5 करोड़ रुपए का भुगतान

भिलाई5 महीने पहले
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स्काडा सिस्टम लगाने वाली कंपनी के खिलाफ निगम प्रशासन बड़ी कार्रवाई करने वाली है। - Dainik Bhaskar
स्काडा सिस्टम लगाने वाली कंपनी के खिलाफ निगम प्रशासन बड़ी कार्रवाई करने वाली है।

स्काडा सिस्टम लगाने वाली कंपनी के खिलाफ निगम प्रशासन बड़ी कार्रवाई करने वाली है। समय पर काम नहीं करने पर निगम प्रशासन ने एजेंसी को कई बार नोटिस दिया। इसके बाद भी एजेंसी ने काम पूरा नहीं किया है। इसलिए निगम प्रशासन ने एजेंसी का 5 करोड़ रुपए का पेमेंट रोक दिया है। साथ ही निगम एजेंसी पर बड़ी कार्रवाई करने वाली है। नगर निगम भिलाई में स्काडा सिस्टम लगाया जाना है। इस हाई टेक्नीक से निगम का पूरा जलकार्य ऑनलाइन हो जाएगा।

फिल्टर प्लांट में बने कंट्रोल रूम में बैठक कर पूरे शहर के सभी पानी टंकियों में पानी का लेबल, पाइप लाइन कहीं लीकेज होगी तो वह भी पता चल जाएगा। इस हाईटेक तकनीक को लगाने के लिए निगम ने ठेका दिया है। लेकिन ठेकेदार समय पर काम नहीं कर रहा है। कई बार निगम के अधिकारियों ने नोटिस देकर एजेंसी को चेतावनी दी कि वे समय पर काम करें।

इसके बाद भी जब एजेंसी ने ठीक से काम नहीं किया तो निगम प्रशासन ने एजेंसी का करीब 5 करोड़ रुपए का पेमेंट रोक दिया है। अंतिम चेतावनी देते हुए नवंबर तक काम पूरा करने का निर्देश दिए हैं। इसके बाद तय समय में काम नहीं किया तो निगम प्रशासन एजेंसी पर पेनाल्टी लगाने के साथ ठेका निरस्त कर सकती है।

9 करोड़ रुपए से लग रहा है स्काडा सिस्टम
स्काडा सिस्टम को दो साल पहले ही लगाकर पूरा कर लेना था, लेकिन दो साल लेट होने के बाद भी अब तक काम पूरा नहीं हुआ है। करीब 40 प्रतिशत काम बचा हुआ है। सिर्फ कंट्रोल रूम बनाया गया है। साफ्टवेयर खरीद लिया गया है। 77एमएलडी प्लांट, 66 एम एलडी फिल्टर में भी पूरी तरह से सेंसर नहीं लगाया गया है। टेस्टिंग भी शुरू नहीं की गई है। इसलिए एक बार पहले ही पेनाल्टी लगा चुके है और अब समय पर काम नहीं हुआ तो फिर पेनाल्टी लगाई जाएगी। इसे लेकर अब निगम सख्त हुआ है।

सड़क पर भी नोटिस : शासन ने 7 दिन में मांगी क्षतिग्रस्त सड़कों की रिपोर्ट
बरसात के बाद शहर में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय ने सभी निकायों से जानकारी मांगी है। इसके चलते जिले के चारों निगम समेत नगर पालिका और पंचायत अधिकारियों सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया है। सात दिनों में सर्वे करके रिपोर्ट शासन को भेजने का भी आदेश दिया गया है।

नगर निगम भिलाई, दुर्ग, रिसाली और भिलाई-चरोदा क्षेत्र में सड़कों की स्थिति बहुत खराब हो गई है। इसमें सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति भिलाई निगम अंतर्गत आने वाले मार्गों की है। शासन ने नगर निगमों में क्षतिग्रस्त सड़कों के सर्वे का काम निगम के कार्यपालन अभियंता और पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंताओं को दी है। नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में सहायक अभियंता इसकी जिम्मेदारी का निर्वाहन करेंगे। सभी निकायों सर्वे के काम को 7 दिनों के भीतर पूरा करना है। इस सर्वे की पूरी रिपोर्ट को संचालनालय को भेजनी होगी। इसके चलते निकायों में सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है।

भिलाई में शहर की जर्जर सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए मेयर ने अपनी पूरी निधि का पैसा प्रमुख सड़कों को सुधारने में खर्च करने की घोषणा की है। इसके तहत 10 प्रमुख सड़कों को महापौर निधि की करीब सवा करोड़ रुपए की राशि से सुधारा जाएगा। वर्तमान में शहर के सड़कों की हालत बदतर स्थिति में खासतौर पर अंदरूनी सड़कें तो पैदल चलने लायक भी नहीं है। इसे लेकर समय-समय पर बड़े आंदोलन भी हुए पर स्थिति नहीं सुधरी। अबशासन ने रिपोर्ट मांगी है।

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