पुरानी भिलाई पुलिस ने निरंजन यादव की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। निरंजन की हत्या उसी के छोटे भाई ज्ञानेश्वर और मां कुलेश्वरी ने मिलकर की थी। घटना को अंजाम देने के लिए दोनों ने प्लानिंग की। जब बड़ा बेटा निरंजन घर पहुंचा तो पहले छोटे भाई ने उसे जकड़ लिया, फिर मां ने उसके सिर पर कमानी पट्टे से हमला कर दिया।
जब निरंजन की मौत हो गई तब उसका खून से लथपथ टीशर्ट उतार लिया। उसके पास मौजूद उसके दोस्त के मोबाइल को घर में छिपा दिया। फिर शव को घसीटकर घर से डेढ़ सौ मीटर दूर झाड़ियों में फेंक दिया। वारदात के बाद मां-बेटा पुलिस को गुमराह करने के लिए मृतक की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने भी चले गए। सोमवार सुबह लाश मिलने पर शिनाख्त भी की। पुलिस ने हत्या के आरोप में मां और बेटे के खिलाफ धारा 302, 201, 120बी और 34 के तहत केस दर्ज किया। बुधवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया है।
विरोधाभासी बयान से हुआ शक, सख्ती पर जुर्म कबूला
एएसपी विश्वास चंद्राकर के मुताबिक 25 वर्षीय निरंजन का शव नारधी में झाड़ियों में मिला था। जांच में पता चला कि निरंजन रविवार रात 11 बजे खाना खाने के बाद दोस्त का मोबाइल लौटाने घर से निकला था पर घर नहीं लौटा। उसका शव पड़ा मिला। पुलिस ने घटना की जांच के दौरान मृतक के छोटे भाई ज्ञानेश्वर और मां कुलेश्वरी के विरोधाभाषी बयान के कारण शंका हुई। दोनों को थाने बुलाकर सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद दोनों ने हत्या करना कबूल कर लिया।
मृतक के शराब पीने और अश्लील हरकत से परेशान
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला का बड़ा बेटा नशा करने का आदि था। वह अक्सर नशा करके घर लौटता था। नशे में उससे और अपने छोटे भाई से विवाद करता था। कई बार बड़े बेटे ने उसके साथ अश्लील हरकत करने की कोशिश की। बेटा होने की वजह से उसे समझाने की कोशिश करते थे।
कई बार परेशान होकर रिश्तेदार के घर पर जाकर रहना पड़ता था। घटना वाले दिन बड़ा बेटा नशे में आया और दुर्व्यवहार करने लगा। शारीरिक शोषण करने का प्रयास करने लगा। विवाद बढ़ता देखकर छोटे बेटे ने बड़े भाई के दोनों पैर पकड़ लिए। मां ने वार किया।
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