सैकड़ों ग्रामीणों ने किया बवाल:शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर जड़ा ताला; राशन वितरण में गड़बड़ी से नाराज

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM)5 महीने पहले
सैकड़ों ग्रामीण जमा।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले के ग्राम पंचायत मेढुका में शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर रविवार को भी सैकड़ों ग्रामीण जमा हैं। आज भी उन्होंने यहां का ताला खुलने नहीं दिया। ग्रामीणों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए यहां नायब तहसीलदार अश्विनी कुजूर, फूड इंस्पेक्टर नटवर राठौर, टीआई युवराज तिवारी गांव पहुंचे हुए हैं।

अधिकारी लोगों को समझा रहे हैं, लेकिन गांववाले अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। पूरा मामला मरवाही जनपद के ग्राम पंचायत मेढुका का है। शनिवार को गांववालों ने महिला स्व सहायता समूह पर कई आरोप लगाते हुए शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर ताला जड़ दिया था। राशन दुकान में सरपंच, पंच, जनपद सदस्यों की उपस्थिति में गांववालों ने ताला लगाया था। गांववालों की मांग है कि राशन दुकान का संचालन सहकारी संस्था करे।

मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारी।
मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारी।

दरअसल ग्राम पंचायत मेढुका में स्व सहायता समूह के द्वारा राशन दुकान का संचालन किया जा रहा है। राशन वितरण से असंतुष्ट ग्रामीणों ने राशन वितरण में गड़बड़ी और हितग्राहियों के साथ अभद्र व्यवहार की शिकायत की है। लोगों ने कहा कि राशन दुकान में न उन्हें चावल मिलता है, न शक्कर और न नमक। गांववालों का कहना है कि इससे पहले राशन दुकान का संचालन सहकारी संस्था कर रही थी। बाद में प्रशासन ने दुकान का संचालन समूह को दे दिया, जिसका विरोध पंच, सरपंच, जनपद सदस्य और ग्रामीणों ने किया था। सभी ने राशन दुकान संचालन को यथावत रखने की मांग की थी।

गांववाले समूह पर भड़के।
गांववाले समूह पर भड़के।

ग्रामीणों की मांग पूरा करने का आश्वासन उस वक्त अधिकारियों ने दिया था, लेकिन बाद में उनकी मांग पूरी नहीं की गई। पंच, सरपंच, जनपद सदस्य सहित ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों पर भी पंचायत प्रस्ताव की अवहेलना का गंभीर आरोप लगाया है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी जब अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया, तो ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने एक आवेदन पर अपने हस्ताक्षर किए हैं और राशन दुकान पर उसे चस्पा कर ताला लगा दिया है।