धान खरीदी केन्द्र कोरबी में किसानों का फर्जी पंजीयन कर अपनी पर्ची में धान बेचकर 4 लाख 5 हजार का गबन का खुलासा हुआ है। मामले में किसानों से धोखाधड़ी करने वाले समिति अध्यक्ष मनोज अग्रवाल और उसके रिश्तेदार जितेंद्र अग्रवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
ग्रामीणों ने सेवा सहकारी समिति कोरबी में पंजीकृत किसानों के नाम पर वन अधिकार भूमि का फर्जी पट्टा में समर्थन मूल्य पर धान बेचने की शिकायत कलेक्टर से की थी। शिकायत की जांच के लिए कलेक्टर ने एक टीम बनाई थी। टीम की जांच में जिस जमीन के आधार पर धान बेचा गया था, उस जमीन का पट्टा वन विभाग द्वारा नहीं दिया जाना पाया गया।
टीम के जांच प्रतिवेदन के आधार पर ग्रामीण सहकारी बैंक बलौदा के मैनेजर मुकेश पाण्डेय की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामले में संचालक मंडल के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, उसकी भाभी सीमा अग्रवाल, जितेंद्र अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा अग्रवाल, खरीदी प्रभारी विकास सिंह और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी शशिकांत जोगी पर के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था।
वहीं आरोपियों की तलाश जारी है, पुलिस ने मामले में आराेपियों की तलाश कर रही थी, इधर पुलिस ने मामले में सीमा अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, जितेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया था, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी थी, लेकिन आरोपियों को हाईकोर्ट से अंतरिम जनामत पर मिली थी।
दूसरी सुनवाई में हाईकोर्ट ने आरोपी जितेंद्र अग्रवाल की अंतरिम जमानत खारिज करने का आदेश जारी किया। जमानत खारिज होने के बाद आरोपी फरार था। पुलिस आरोपियों की पतासाजी मेंे जुटी थी, इसी बीच पुलिस ने मामले में फरार जितेंद्र अग्रवाल व सेवा सहकारी समिति संचालक मनोज अग्रवाल को गिरफ्तार किया है।
खाते में बेचने का भी लगाया था आरोप
ग्रामीणों का आरोप था कि समिति के कम्प्यूटर आपरेटर विकास सिंह वर्ष 2021-22 मेें केंद्र प्रभारी था। उसने वन भूमि कम्पार्टमेंट नंबर 1677 रकबा 8 एकड़ की जमीन पर फर्जी ढंग से 119.60 क्विंटल धान बेची है। इसी तरह संस्था के अध्यक्ष मनोज ने वन भूमि कम्पार्टमेंट नंबर 1694 रकबा 4.25 एकड़ में 63.60 क्विंटल और उनके रिश्तेदारों के खाते में दो अलग-अलग वन भूमि कम्पार्टमेंट नंबर में धान की बिक्री की गई है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.