छत्तीसगढ़ के कांकेर में रविवार देर रात दीवार गिरने से पूरे परिवार की मौत हो गई। मृतकों में तीन बेटियां और उनके माता-पिता शामिल हैं। बताया जा रहा है कि तेज बारिश के चलते हादसा हुआ है। हादसे के दौरान सभी लोग सो रहे थे। इस दौरान मां ने छोटी बच्ची को बचाने का भी प्रयास किया। हादसा पंखाजूर के बांदे थाना क्षेत्र में हुआ है। वहीं मौसम खराब होने के चलते विधायक और कलेक्टर का हेलीकॉप्टर से आना स्थगित हो गया है। अब वह नाव से आएंगे।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत विकासपल्ली के पीवी110 निवासी परिमल मल्लिक अपनी पत्नी सुमित्रा मल्लिक और तीन बेटियों प्रतिभा (8), प्रीति (5) व श्रीति (3) साल के साथ रहता था। उसका पूरा मकान कच्चा है। बताया जा रहा है कि लगातार बारिश के चलते मकान की कच्ची दीवार देर रात गिर पड़ी। इसके चलते मकान का बड़ा हिस्सा पूरे परिवार पर जा गिरा। हादसे के दौरान सभी की दबकर मौत हो गई।
सुबह ग्रामीणों को हादसे का पता चला तो पुलिस को सूचना दी। लगातार बारिश और बाढ़ के चलते प्रशासन की टीम को मौके पर पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा था। प्रशासनिक अमला उफनती कोरेनार नदी को नाव से पार कर घटना स्थल पर पहुंचा है। इसके चलते घंटों लग गए। इसके बाद सभी मृतकों की पहचान की गई। पुलिस की टीम भी पहुंची है। परिवार में और लोगों के नहीं होने की बात कही जा रही है।
मकान में शव के हालात देखकर ऐसा लग रहा है कि मलबा गिरने के दौरान छोटी बेटी को मां ने बचाने का प्रयास किया हो। वह बेटी के ऊपर ढाल बन रही हो, लेकिन दीवार की मिट्टी एक साथ गिरने के चलते न वह खुद बच सकी और न बेटी को बचा सकी। बेटी से लिपटे हुए ही मां की भी मलबे में दबकर मौत हो गई। प्रशासन की टीम ने मलबे में दबे शवों को किसी तरह से बाहर निकलवाया है।
तहसीलदार शशिशेखर मिश्रा ने बताया कि बारिश के चलते शवों को अस्पताल तक ले जाना संभव नहीं है। ऐसे में डॉक्टरों को बुलाया गया है। सभी का गांव में ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद शवों का अंतिम संस्कार होगा। लगातार बारिश के चलते गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं। अभी तक बारिश थमी नहीं है। बताया जा रहा है कि तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है।
नाव से गांव पहुंचेंगे विधायक, कलेक्टर, एसपी
स्थानीय विधायक अनूप नाग ने रायपुर से हेलीकॉप्टर मंगवाया था। इससे उनको कलेक्टर और एसपी के साथ हादसे वाले गांव पहुंचना था। लेकिन मौसम खराब होने के चलते हेलीकॉप्टर से आना स्थगित कर दिया गया है। अब वे नाव से गांव पहुंचंगे। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए शोक-संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने एसडीएम व तहसीलदार पखांजूर को पीड़ित परिवारों के लिए तत्काल आरबीसी 6-4 के तहत प्रकरण बनाकर सहायता करने के निर्देश दिए हैं।
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