कोरबा जिले के कोरकोमा गांव में फ्लिपकार्ट के ऑनलाइन पार्सल से लैपटॉप की जगह किताबें निकलीं, जिसके बाद युवक के होश उड़ गए। पीड़ित युवक का नाम विनय सोनी है। अभी त्योहारों के मद्देनजर ऑनलाइन सामानों में बंपर छूट मिल रही है। इसका लाभ उठाने के लिए विनय सोनी ने भी फ्लिपकार्ट से लैपटॉप ऑर्डर किया था, लेकिन उसके साथ ठगी हो गई। घटना बालको थाना क्षेत्र के रजगामार चौकी का है।
इधर ठगी का शिकार हो जाने के बाद पीड़ित युवक विनय सोनी ने रजगामार चौकी और फ्लिपकार्ट कंपनी में शिकायत की। इस मामले में DDM स्कूल रोड स्थित ई-कॉमर्स कोरियर सर्विस के डिलीवरी बॉय की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। बालको थाना प्रभारी सुरेश कुमार जोगी ने कहा कि फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय और कंपनी के कर्मचारियों को तलब किया गया है। उनसे पूछताछ के बाद कार्रवाई की जाएगी।
ऑनलाइन शॉपिंग से संबंधित मामलों में डिलीवरी की जिम्मेदारी ईकॉम एक्सप्रेस ने ले रखी है। हजारों की संख्या में सामान यहां पहुंचते हैं और फिर डिलीवरी बॉय के जरिए उन्हें संबंधित पते पर भिजवाया जाता है। विनय सोनी ने फ्लिपकार्ट से लैपटॉप ऑर्डर किया था। सामान यहां आने पर उसे मैसेज मिला। डिलीवरी बॉय को उसने 30 हजार रुपए कैश दिए और बॉक्स लिया। इसके बाद डिलीवरी बॉय चला गया। जब उसने बॉक्स खोला, तो उसमें लैपटॉप के बदले कुछ किताबें रखी हुई थीं।
इसके बाद विनय ने डिलीवरी बॉय को कई बार फोन भी किया, तो उसने खुद के यहां-वहां होने की बात कही और इसके बाद फोन उठाना बंद कर दिया। पीड़ित ने कहा कि उसे पूरा विश्वास है कि फ्लिपकार्ट कंपनी ने सही सामान भेजा था, लेकिन स्थानीय स्तर पर इसमें हेराफेरी की गई है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि ईकॉम एक्सप्रेस के संचालक डिलीवरी बॉय के बारे में जानकारी देने से साफ बच रहे हैं, जिससे उनकी भूमिका भी अब संदिग्ध नजर आने लगी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां कंपनी सही सामान भेज भी देती है, लेकिन कोरियर कंपनी में काम कर रहे डिलीवरी बॉय की नीयत डोल जाती है। वे उसमें से सामान निकालकर अंदर कुछ भी भरकर ग्राहक को दे देते हैं।
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