करीब 4 दशक पुराने शहर के रामपुर चाैकी और हरदीबाजार चाैकी अब थाना के रूप में अस्तित्व में आ गए। एसपी संताेष सिंह के निर्देश के बाद दाेनाें चाैकी में अब थाना का बाेर्ड लग गया है। साथ ही दाेनाें नए थाना सीसीटीएनएस से जुड़ गए हैं, जहां अब स्वतंत्र रूप से काम शुरू करते हुए सीधे एफआईआर दर्ज हाे रही है।
दाेनाें ही चाैकी के उन्नयन की स्वीकृति 3 साल पहले राज्य सरकार के बजट में मिल गई थी, लेकिन राजपत्र में प्रकाशन बाकी रह गया था। एक सप्ताह पहले राजपत्र में प्रकाशन के बाद रामपुर चाैकी काे थाना सिविल लाइन और हरदीबाजार चाैकी काे हरदीबाजार थाना के रूप में दर्जा मिला।
इसके बाद दाेनाें चाैकी काे थाना के रूप में स्वतंत्र करने की प्रक्रिया पूरी की गई। हालांकि दाेनाें नए थाना का विधिवत उद्घाटन अभी नहीं हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक जल्द ही बल बढ़ाेतरी के बाद दाेनाें थाना का उद्घाटन किया जाएगा।
थाना परिसर से लगा कॉम्प्लेक्स हाेगा शिफ्ट
थाना सिविल लाइन के लिए पुराने रामपुर चाैकी परिसर में 9 कराेड़ में नया भवन बनेगा। साथ ही पीछे पुलिस कालाेनी भी बनेगी। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक काेरबा पुलिस द्वारा पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर परिसर से लगकर स्थित व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स काे हटाया जाएगा। ऐसे में कॉम्प्लेक्स काे दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है।
पुलिसिंग में दिखने लगा असर
सिविल लाइन थाना बनते ही जिला मुख्यालय में पुलिसिंग में असर दिखने लगा है। स्वतंत्र रूप से कार्य करने हाेने से अब रामपुर से प्रकरण में नंबरी के लिए सिटी काेतवाली नहीं जाना पड़ रहा है, बल्कि सीएसईबी चाैकी से अब प्रकरण में नंबरी के लिए पुलिस कर्मी थाना सिविल लाइन पहुंच रहे हैं। दूसरी ओर पेट्राेलिंग भी बढ़ गई है, वहीं जिला मुख्यालय में रैली या धरना-प्रदर्शन के दाैरान पहले से ज्यादा पुलिस बल नजर आने लगा है।
थानाें की संख्या बढ़कर हाे गई 15 से 17
जिले में अब तक 15 थाना क्रमश: सिटी काेतवाली, आजाक थाना, बांकीमाेंगरा, बालकाे, बांगाे, दर्री, दीपका, करतला, कटघाेरा, कुसमुुंडा, पाली, पसान, उरगा, लेमरू व श्यांग थे। थाना सिविल लाइन व हरदीबाजार थाना बनने के बाद अब थानाें की संख्या बढ़कर 17 हाे गई है। इससे पहले जिले में लेमरू व श्यांग नए थाना बने थे, वहीं उससे पूर्व सिटी काेतवाली के अधीन उरगा चाैकी काे थाने का दर्जा दिया था।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.