कोरबा जिले में पिता के बुलेट बाइक नहीं दिलाने पर बेटे ने खुद के अपहरण की झूठी साजिश रच डाली। मामला मानिकपुर चौकी क्षेत्र का है। इधर जैसे ही घर में बेटे की किडनैपिंग की बात पता चली, परिवार वाले परेशान हो गए। पिता ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, तब जाकर जांच में पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया।
मानिकपुर कॉलोनी में रहने वाले 8वीं के छात्र को बुलेट चलाने का शौक था। उसने अपने पिता से बाइक दिला देने की जिद की। लड़के की उम्र अभी 18 साल भी नहीं हुई है, ऐसे में इस अनुचित मांग को पूरा करने से पिता ने मना कर दिया। वहीं छात्र किसी भी तरह से अपने शौक को पूरा करना चाहता था और उसने अपने झूठे अपहरण की साजिश रच डाली। उसने बुधवार को अपने मोबाइल से घरवालों को मैसेज किया कि उसका अपहरण कुछ लोगों ने कर लिया है। उसे चारपहिया वाहन से कहीं ले जाया जा रहा है। मुझे जान से मारने की धमकी भी दी गई है। ये मुझे मार देंगे।
ये मैसेज पढ़ते ही परिवार वालों के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत मानिकपुर चौकी में किडनैपिंग की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत विशेष टीम गठित की। पुलिस ने पाया कि नाबालिग लड़के के मोबाइल से ही उसे मार देने की धमकी दी जा रही थी। ये देख पुलिस ने साइबर सेल से संपर्क कर मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस किया। पुलिस टीम में शामिल परमेश्वर राठौर और आलोक टोप्पो लोकेशन के आधार पर पत्थलगांव रवाना हो गए, जहां बच्चे को गुरुवार को सकुशल बरामद कर लिया गया।
मानिकपुर चौकी ललन सिंह पटेल ने बताया कि नाबालिग की उम्र 17 साल है। वो परिजनों को डराने वाले मैसेज भेज रहा था। पूछताछ में उसने बुलेट के लिए झूठी अपहरण की साजिश रचने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने लड़के के पिता को बुलाया और उनके सामने समझाया गया कि कभी भी अनुचित मांगों के लिए माता-पिता को परेशान नहीं करते। गलत काम का नतीजा हमेशा गलत होता है। पुलिस के समझाने पर छात्र ने भी आगे से ऐसा कोई कदम नहीं उठाने की बात कही। नाबालिग छात्र का बयान दर्ज कर पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया है।
परीक्षा न देनी पड़े,इसलिए अपहरण की झूठी कहानी
इसके 18 दिन पहले भी कोरबा जिले से इस तरह का मामला सामने आया था। उस दौरान छात्र ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि उसे परीक्षा नहीं देनी थी। इस बीच वो परीक्षा के समय स्कूल भी पहुंचा और रोते-घबराते हुए प्रिंसिपल से बोला कि सर चाकू की नोंक पर मेरा अपहरण हो गया था। मैं किसी तरह से भागकर स्कूल आया हूं। ये जानने के बाद प्रिंसिपल ने पुलिस को इस बात की सूचना दी। फिर जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तब जाकर इस झूठी कहानी का पता चल पाया था। इस लिंक पर क्लिक कर पढ़िए पूरी खबर
पबजी के लिए बनाई झूठी कहानी
अपहरण की झूठी साजिश की ये कोई पहली घटना नहीं है। पिछले साल दिसंबर में ऑनलाइन गेम पबजी के कारण बिलासपुर जिले में 19 साल के एक युवक ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रच डाली थी। उसने 4 लाख रुपए की फिरौती भी घरवालों से मांगी थी। उसे घर पर फोन करके बताया था कि उसका अपहरण हो गया है और आरोपी 4 लाख रुपए उसे छोड़ने के लिए मांग रहे हैं। बहरहाल पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस मामले का पर्दाफाश कर दिया था।
पत्नी से परेशान युवक ने बनाई कहानी
वहीं 3 महीने पहले जांगजीर-चांपा जिले में अगवा हुए युवक को पुलिस ने ढूंढ निकाला था। पुलिस ने उसे देर रात बिलासपुर से बरामद किया तो नई कहानी सामने आई। पूछताछ में पता चला कि युवक ने खुद ही अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। वह कर्ज के साथ ही पत्नी से भी परेशान था। ऐसे में किडनैपर बनकर उसने पत्नी से ही 2 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।पत्नी से परेशान होकर रची खुद के अपहरण की कहानी
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