छत्तीसगढ़ के कोरबा में सोमवार को आकाशीय बिजली गिरने से मामा-भांजा की मौत हो गई। दोनों किसी काम से पंचायत आए थे। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। उससे बचने के लिए दोनों पेड़ के नीचे खड़े थे। तभी बिजली उनके ऊपर गिर पड़ी। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। हादसा कटघोरा थाना क्षेत्र में हुआ है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और परिजनों को सूचना दी।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम मलदा निवासी दिलीप रोहिदास (21) पुत्र तिजउ राम अपने भांजे विक्की (14) पुत्र राजेश रोहिदास के साथ सोमवार दोपहर किसी काम से बड़ेगांक ग्राम पंचायत आया था। इसी दौरान तेज बारिश शुरू हेा गई। दोनों बारिश से बचने के लिए वहीं एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। बताया जा रहा है कि इसी दौरान तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली पेड़ पर जा गिरी। इसकी चपेट में मामा-भांजा भी आ गए।
आज भी भारी बारिश चेतावनी
मौसम विभाग ने सोमवार को अगले 48 घंटों के लिए बिलासपुर और सरगुजा संभाग में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी बरसात की चेतावनी जारी की थी। 5 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने तथा भारी वर्षा होने की भी संभावना है।
भास्कर नॉलेज: 3 लाख किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धरती पर गिरती है बिजली; इससे बचने के 6 तरीके
क्यों गिरती है बिजली?
आकाशीय बिजली इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज है। ऐसा तब होता है, जब बादल में मौजूद हल्के कण ऊपर चले जाते हैं और पॉजिटिव चार्ज हो जाते हैं। भारी कण नीचे जमा होते हैं और निगेटिव चार्ज हो जाते हैं। जब पॉजिटिव और निगेटिव चार्ज अधिक हो जाता है तब उस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज होता है। अधिकतर बिजली बादल में बनती है और वहीं खत्म हो जाती है, लेकिन कई बार यह धरती पर भी गिरती है। आकाशीय बिजली में लाखों-अरबों वोल्ट की ऊर्जा होती है। बिजली में अत्यधिक गर्मी के चलते तेज गरज होती है। बिजली आसमान से धरती पर 3 लाख किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गिरती है।
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