NH के पुल से हटाया गया 'विधायक जिंदाबाद':विनय जायसवाल के समर्थकों ने लिखवाए थे नारे; रेलवे और NH अधिकारियों ने मिटाए

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर2 महीने पहले
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मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक डॉ विनय जायसवाल के समर्थकों ने जगह-जगह दीवारों और पुल पर विधायक जिंदाबाद समेत अन्य नारे लिखवाए थे। इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताते हुए प्रशासन, नेशनल हाइवे और रेलवे अधिकारियों से शिकायत की थी। इसके बाद शिकायत के बाद मंगलवार को वॉल पेंटिंग मिटाने की कार्रवाई शुरू की गई।

बता दें कि 15 दिन पहले इसे लेकर दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। शिकायत के बाद वॉल पेंटिंग मिटाने की कार्रवाई शुरू हुई। मंगलवार को रेलवे कॉलोनियों की दीवारों और बुधवार को एनएच के पुल पर लिखे गए नारों को मिटाया गया।

बता दें कि सरगुजा संभाग की सभी 14 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। पूर्व में कोरिया और अब एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल के समर्थकों ने कांग्रेस सरकार और विधायक के पक्ष में रेलवे की दीवारों, एनएच के पुल-पुलियों सहित अन्य जगहों पर नारे लिखवाए थे। सार्वजनिक संपत्तियों पर एक खास पार्टी द्वारा कराई गई वॉल पेंटिंग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने 15 दिन पहले आपत्ति दर्ज कराई थी।

दीवारों से हटवाई गई पेंटिंग।
दीवारों से हटवाई गई पेंटिंग।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने मामले की शिकायत एसडीएम, रेलवे प्रबंधन और एनएच के अधिकारियों से की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए रेलवे द्वारा मनेंद्रगढ़ स्थित रेलवे कॉलोनियों की दीवारों पर लिखवाए गए नारों को मंगलवार को पेंट कर मिटा दिया। वहीं बुधवार को एनएच विभाग द्वारा हसिया नदी पर बने पुल सहित अन्य जगह के वॉल पर लिखे गए नारों को मिटवाने का काम कराया जा रहा है।

नारों को हटवाने का काम जारी।
नारों को हटवाने का काम जारी।

पुल पर दिखे भाजपाई

बताया जा रहा है कि एनएच विभाग द्वारा पुल की दीवारों पर लिखे नारों को जब मिटवाया जा रहा था, तो भाजपाई भी वहां पहुंचे थे। भाजपा के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष की मौजूदगी में वॉल पेंटिंग को मिटाया गया।

भाजपा-कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में हुई थी भिड़ंत

मनेंद्रगढ़ में जगह-जगह वॉल पेंटिंग को लेकर भाजपाईयों ने 15 दिन पूर्व आपत्ति जताई थी। इस मामले में एसडीएम ने जब एक्शन लेना चाहा, तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि प्रशासन का इससे क्या लेना-देना। इस बात को लेकर भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ता हसिया नदी पुल के पास आमने-सामने आ गए थे। करीब 3 घंटे तक दोनों ओर से विरोध-प्रदर्शन किया गया था। बाद में मामला शांत कराया गया था।