रायपुर के बूढ़ापारा स्थित धरना स्थल को हटाने के संबंध में रायपुर कलेक्टर ने सोमवार को बैठक की, जिसमें नागरिक, व्यापारी एवं स्थानीय नेता मौजूद रहे। धरना स्थल को हटाने के संबंध में आसपास क्षेत्रों के नागरिकों द्वारा लंबे समय से मांग की जा रही थी। बीते दिनों सत्यमेव जयते फाउंडेशन,मध्यवर्गीय नागरिक संगठन ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। जिसका समर्थन रायपुर सराफा एसोसिएशन भी लगातार कर रहा था।
कलेक्ट्रेट में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर सर्वेश्वर भुरे के साथ महापौर एजाज ढेबर, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, कांग्रेस विधायक सत्य नारायण शर्मा समेत कई लोग बैठक में मौजूद थे, सराफा एसोसिएशन के व्यापारियों ने भी धरना स्थल हटाने को लेकर लगातार मांग कर रहे हैं।
लंबे समय से चल रहा थी तैयारी
बूढ़ा तालाब के पास धरना स्थल हटाने को लेकर जिला प्रशासन कुछ महीने पहले भी तैयारी कर रहा था धरना स्थल नवा रायपुर भेजने का आदेश जिला प्रशासन ने जारी भी किया था। लेकिन बाद में आदेश वापस ले लिया था। अब फिर से बैठक में प्रदर्शन स्थल हटाने की बात की गई है। साथ ही नए जगह की खोजबीन की जा रही है। इधर बूढ़ा तालाब स्थित कचरा डंपिंग यार्ड को हटाने के संबंध में बैठक में किसी भी प्रकार की बातचीत नहीं हुई है।
ट्रैफिक और बदबू से होती है परेशानी
रायपुर के कई बड़े क्षेत्रों,कॉलोनियों के हजारों लोग हर दिन इसी रास्ते से गुजरते हैं। जिस दिन भी वहां पर धरना प्रदर्शन होता है, उस दिन वहां रोड में लंबा जाम लग जाता है। बूढ़ा तालाब से गुजरने वाली सड़क स्कूल के बच्चों के लिए भी एक आम रास्ता है। विरोध प्रदर्शन के लिए होने वाले जुलूस को रोकने के लिए पुलिस बैरिकेड लगाकर रोड को ब्लॉक कर देती है। जिससे आम नागरिकों के साथ-साथ स्टूडेंट्स को भी परेशानी होती है। इस रास्ते से होकर कालीबाड़ी, जेएन पांडेय, दानीगर्ल्स,सालेम, जैसे कई स्कूल और कॉलेज के बच्चे जाते है। डंपिंग यार्ड की बदबू से बच्चों के स्वास्थ्य को भी नुकसान होता है।
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