पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा के पास टेकलगुड़ा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मनहास का अपहरण कर लिया था। नक्सलियों ने उन्हें मुठभेड़ के तुरंत बाद अपने कब्जे में ले लिया था। घटना को बीते 4 दिन हो गए हैं लेकिन अपहृत जवान के संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई है। इस बीच जेल बंदी रिहाई समिति के सदस्य और सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी बुधवार से जवान की तलाश के लिए जंगलों की खाक छानेंगी।
इधर अपुष्ट सूत्रों का कहना है कि जवान के अपहरण के बाद उसे जगरगुंडा एरिया कमेटी के नक्सलियों को सौंप दिया गया है और अभी जवान उनके ही कब्जे में है। बताया जा रहा है कि जवान को मुठभेड़ स्थल के आसपास 40 किमी के दायरे में ही किसी जंगल के पास रखा गया है। इधर जवान के अपहृत होने के बाद अब पुलिस और सीआरपीएफ अफसर भी जवान को रिहा करवाने के लिए ऑपरेशन लांच करने की बात कह रहे हैं और जवानों की अलग-अलग टुकड़ियों को जंगलों में रवाना किया गया है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि जवान की रिहाई के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और हम ऑपरेशन प्लान कर रहे हैं जल्द ही जवान को नक्सलियों के कब्जे से रिहा करवा लिया जाएगा।
नक्सलियों का दावा: ऑटोमेटिक रायफल, यूबीजीएल, 2 हजार गोलियां ले गए
टेकलगुड़ा हमले में जवानों की शहादत के बीच नक्सलियों ने शहीद हुए जवानों से लूटे गए हथियारों की जानकारी सार्वजनिक कर दी है। नक्सलियों ने जवानों से 14 हथियारों के साथ दो हजार गोलियां, 47 मैग्जीन सहित अन्य असलहा लूटा है। इतने असलहे में नक्सली हिड़मा की मदद और सुरक्षा के लिए भी एक पूरी मिलिट्री प्लाटून खड़ी कर सकते हैं। अभी नक्सलियों की ओर से जिन हथियारों की तस्वीर जारी की गई है उसमें ऑटोमेटिक रायफल से लेकर कई बड़े हथियार भी शामिल हैं। इनमें सबसे खतरनाक हथियार एके-47 और यूबीजीएल है।
जवान को खोजने के लिए जंगल की ओर जाएंगे जेल बंदी रिहाई समिति के लोग
बीजापुर के तर्रेम में शनिवार जो मुठभेड़ हुई वह मन विचलित करने वाली घटना है। जेल बंदी रिहाई समिति शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। घटना में एक जवान का अपहरण भी हो गया है। सरकार की ओर से जवान को रिहा करवाने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं हुए हैं तो वहीं नक्सली भी जवान के अपने कब्जे में होने की बात कहकर शांत हो गए हैं। दोनों ओर से बने मौन को तोड़ने और जवान की सकुशल रिहाई के लिए अब हम जंगलों में जाएंगे। उपरोक्त बातें जेल बंदी रिहाई समिति की सदस्य और सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने कही है।
उन्होंने कहा कि हम हमेशा से ही हिंसा के विरोधी रहे हैं चाहे हिंसा किसी भी तरफ से क्यों न किया जाए। हम न ही हरे और काले रंग के कपड़ों वाले वर्दी का समर्थन करते हैं न ही हम खाकी और दूसरे प्रकार के वर्दी का समर्थन करते हैं। जान तो दोनों तरफ से गई है इसलिए सिर्फ मानवता और इंसानियत के नाते हम नक्सलियों से विनम्र अपील करते हैं कि सीआरपीएफ जवान को सकुशल रिहा करें। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने जब मान लिया है कि जवान उनके कब्जे में है तो उसकी रिहाई के संबंध में और भी जानकारियां सार्वजनिक करनी चाहिए यदि नक्सलियों की कोई मांग है तो उसे भी बताना चाहिए।
पॉजिटिव- आपकी मेहनत और परिश्रम से कोई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होने वाला है। कोई शुभ समाचार मिलने से घर-परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। धार्मिक कार्यों के प्रति भी रुझान बढ़ेगा। नेगेटिव- परंतु सफलता पा...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.