छत्तीसगढ़ के जांजगीर में हजारों लोग वैक्सीनेशन के सरकारी सिस्टम में फंस गए हैं। पहली डोज लगवाने वाले, दूसरी नहीं लगवा पा रहे हैं। जो दोनों डोज लगवा चुके हैं, वह भी न यात्रा कर सकते हैं और न तीर्थ स्थान जा सकते हैं। जिले के ऐसे करीब 10 हजार लोगों को अभी तक कोविड सर्टिफिकेट नहीं मिला है। इन सभी लोगों ने CGTEEKA एप के जरिए रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन इसका डाटा कोविन एप में अभी तक ट्रांसफर नहीं हो सका है।
दरअसल, राज्य सरकार ने जून माह में CGTEEKA एप को बंद कर दिया था। उससे पहले जिन लोगों ने इसमें पंजीकरण कराया, उस दौरान लोगों को पहली डोज का सर्टिफिकेट मिला, लेकिन दूसरी डोज का नहीं मिल रहा है। वहीं पहली डोज के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले दूसरी डोज का प्रमाण पत्र नहीं होने से फंसे हुए हैं। सरकारी गाइडलाइन में कई चीजों के लिए वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र अनिवार्य है। अब इसके नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं।
आधार से रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वालों को दिक्कत
अफसरों के मुताबिक CGTEEKA का डेटा कोविन पोर्टल में ट्रांसफर किया जाना था, लेकिन अभी तक नहीं किया गया है। वहीं साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि उनके लिए ज्यादा दिक्कत आएगी जिन्होंने CGTEEKA में आधार के अलावा कोई और पहचान पत्र दिया हो। कोविन पोर्टल आधार के अलावा कोई दूसरी आईडी स्वीकार नहीं कर रहा है। जबकि CGTEEKA में ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आईडी के जरिए भी पंजीयन हो सकता था।
अफसर बोले- स्टेट और सेंट्रल का इश्यू, हम कुछ नहीं जानते
वैक्सीनेशन के बाद भी जहां लोग परेशान हो रहे हैं, वहीं अफसरों ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है। प्रदेश में करीब 30 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने CGTEEKA से पंजीकरण कराया था। जिला टीकाकरण अधिकारी पुष्पेन्द्र लहरे कहते हैं कि इस विषय में कुछ भी स्पष्ट बता पाना संभव नहीं है। इस समस्या का समाधान कब तक होगा, यह भी नहीं पता। उन्होंने कहा कि यह स्टेट और सेंट्रल का इश्यू है।
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