छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में दहेज नहीं मिलने पर बारात बिना शादी के ही लड़की के घर से लौट गई। बताया गया कि जयमाला पड़ने के बाद दूल्हे और उसके परिजनों ने 10 लाख या कार की मांग की थी। जब लड़की के पिता ने मना कर दिया तो दूल्हा बारात लेकर वापस लौट गया। इस मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस ने दूल्हे और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, यह मामला जिले के झारखंड सीमा से लगे लोदाम गांव का है। यहां तपकरा निवासी कुलेन्द्र गुप्ता के घर से बारात आई थी। कुलेंद्र अपने बेटे नीतेश गुप्ता की शादी लोदाम की लड़की से करने सोमवार को पहुंचे थे। पता चला है कि बारात भी आई गई थी और बारातियों ने जमकर डांस भी किया था। इसके बाद दूल्हा-दूल्हन ने एक दूसरे को जयमाला पहनाई थी। फिर बारात वापस जनमासा चले गई थी।
जनमासा पहुंचे लड़की वाले
जानकारी के मुताबिक बारातियों के जनमासा जाने के बाद लड़की पक्ष के लोग उन्हें वहां आगे के कार्यक्रम के लिए बुलाने के लिए गए थे। मगर जब लड़की पक्ष के लोग जनमासा में पहुंचे तो दूल्हा और उसके परिजन कहने लगे कि हमें 10 लाख या कार चाहिए। यह सुनकर लड़की के पिता हैरान रह गए।
7 लाख पहले ही दिया था दहेज
लड़की के पिता ने कहा कि हमने 7 लाख रुपए कैश और 5 लाख का सामान पहले ही दे दिया है। उन्होंने बताया कि लड़की की शादी के लिए उनके पास 20 लाख रुपए थे। अब वह और रकम नहीं दे सकेंगे। इस पर लड़के के पिता ने शादी के बाद यह रकम देने की बात कही, लेकिन लड़की के पिता ने फिर भी मना कर दिया। जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ कि दूल्हा बारात लेकर वापस लौट गया।
लड़के वालों ने धमकाने का आरोप लगाया
वहीं बारात वापस लौटने के बाद उसी रात को लड़की के पिता ने लोदाम चौकी मे शिकायत की। इधर, लड़के पक्ष के लोगों ने भी कोतवाली थाना में शिकायत की। लड़के वालों ने लड़की पक्ष पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। जबकि पुलिस को लड़की के पिता ने बताया कि वह पहले ही 7 लाख नकद और 5 लाख रुपए का सामान दे चुके हैं।
दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज
उन्होंने लेन देन की पावती और खरीदी गए सामान का रसीद भी पुलिस को दिखाई। पुलिस ने इस मामले में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज किया है और बुधवार को नीतेश गुप्ता और उसके पिता कुलेन्द्र गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। नीतेश गुप्ता और उसके पिता की तपकरा में श्रृंगार की दुकान है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.