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जैसे-जैसे कोरोना वैक्सीन लगाए जाने की तैयारी तेज हो रही है वैसे-वैसे लोग कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति लापरवाह हो रहे हैं। यही वजह है कि जिले में अभी भी संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हुई है। बीते आठ महीनों में दिसंबर दूसरा ऐसा महीना रहा जब जिले में सबसे अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित मिले और इसी माह मौतें भी सबसे अधिक हुईं हैं। महीने भर में 6 लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है। मई 2020 से जिले में कोरोना के मरीज मिलने शुरू हुए थे। अक्टूबर में सबसे अधिक संख्या में मरीज मिले, क्योंकि उस माह कोरोना मरीजों की पहचान के लिए सामुदायिक सर्वेक्षण का काम किया था, पर बगैर सामुदायिक सर्वेक्षण में यदि किसी महीने में सबसे अधिक संख्या में मरीज मिले हैं तो वह दिसंबर माह है। इस महीने में जिले भर में 718 नए मरीज मिले हैं। घर-घर सर्वे के बाद 866 मरीज मिले थे और बगैर सर्वे के दिसंबर में 718 मरीज मिल चुके हैं। कोरोना वैक्सीन की बात करें तो प्रदेश में 7 जनवरी के बाद ही वैक्सीन पहुंचेगी। जिलों तक उसे पहुंचने में तीन से चार दिन का वक्त लगेगा। यदि जिले में वैक्सीन पहुंच भी जाती है तो यह आम लोगों के लिए नहीं बल्कि सिर्फ हेल्थ वर्करों के लिए हेागा। जिले में 12 हजार 529 हेल्थ वर्करों के लिए वैक्सीन आएगी और पहले चरण में सिर्फ उन्हीं को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसलिए वैक्सीन लगाने के लिए आम आदमी काे अभी और इंतजार करना होगा क्यों कि उनका नंबर आने में अभी भी डेढ़ से दाे महीने या उससे भी अधिक समय लग सकता है।
वैक्सीन का डमी ट्रायल जिले में भी होगा
वैक्सीनेशन शुरू करने से पहले जशपुर जिले में भी डमी ट्रायल किया जाएगा। कोरोना के सर्विलेंस ऑफिसर डॉ. आरएस पैकरा ने बताया कि इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है। जल्द ही तारीख तय कर डमी ट्रायल किया जाएगा। जशपुर एक आदिवासी बाहुल्य जिला है, जहां के कई इलाके अभी भी पहुंचविहीन है। प्रदेश के बड़े जिलों व शहरी क्षेत्राें में वैक्सीनेशन का डमी ट्रायल हो चुका है, पर दूरस्थ अंचलों तक वैक्सीनेशन का काम कैसे होगा इसके डमी ट्रायल के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दिए हैं। इस निर्देश के बाद अब जशपुर जिले में भी वैक्सीनेशन के डमी ट्रायल की तैयारी की जा रही है।
लोगों के लिए टीका मुफ्त होगा या पैसे देने पड़ेंगे तय नहीं
आम लोगों तक कोरोना का टीका पहुंचने में अभी लंबा समय है। अभी सिर्फ हेल्थ वर्करों को टीका लगाए जाने की प्लानिंग बनी है। हेल्थ वर्करों को फ्री में कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी, यह तय हो चुका है। टीके की पहली खेप पहुंचने का रास्ता साफ हो गया है, पर दूसरी खेप के बारे में अभी कुछ भी तय नहीं है। आम लोगों तक टीका कब पहुंचेगा, यह अभी सरकार भी स्पष्ट रूप से नहीं बता पाई है। आम लोगों के लिए टीका मुफ्त होगा या इसके लिए उन्हें पैसे चुकाने पड़ेंगे, यह तय नहीं हो पाया है। इसलिए स्वास्थ्य अमला आम लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रहा है।
6 जनवरी तक कोविशील्ड वैक्सीन पहुंचेगी प्रदेश में
कोविशील्ड वैक्सीन प्रदेश में 6 जनवरी तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद इसे सभी जिलों में भेजा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश भर में 14 जनवरी तक वैक्सीनेशन शुरू होने की बात कही है। जशपुर जिले में भी हेल्थ वर्करों को संभवत: मकर संक्रांति के बाद से टीका लगना शुरू हो जाएगा।
खतरा... जनवरी में भी संक्रमण की रफ्तार ज्यादा
जनवरी महीने मेें भी संक्रमण घटा नहीं है। दो जनवरी को ही जिले में खुंटापानी गांव को नया कंटेनमेंट जोन बनाना पड़ा। जनवरी के पहले दो दिन में ही 60 से अधिक संक्रमित मिले हैं। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार की बात करें तो पीक टाइम पर भी एक दिन में सबसे अधिक 50 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। पूरे कोरोना काम में एक साथ कभी भी जिले में संक्रमितों की संख्या 100 पार नहीं हो पाई है। इस लिहाज से दो दिन मेें 60 संक्रमितों का मिलना फिर से कोरोना के संक्रमण की रफ्तार को बता रहा है।
एक डॉक्टर सहित 18 नए कोराना संक्रमित मिले
3 जनवरी को 18 नए कोरोना संक्रमित मिले है। इसमें जिला अस्पताल में पदस्थ एक महिला डॉक्टर भी है, जो कि कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी कर रही थीं। नए संक्रमितों में शहर के कॉलेज रोड से एक मरीज शामिल है। अबतक 3 हजार 370 लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। 3 हजार 232 ठीक हुए हैं और 25 की मौत हुई है। रविवार को 363 की जांच में 18 मरीज मिले हैं।
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