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बिलासपुर और रायपुर की ओर जाने वाली पैसेंजर ट्रेनों के बंद होने से छोटी दूरी और ग्रामीण इलाकों के यात्री परेशान हैं। रूट से होकर गुजरने वाली आधा दर्जन पैसेंजर व मेमू लोकल ट्रेनों को स्पेशल पैसेंजर ट्रेन बनाकर पटरी पर वापस लाने तैयारी शुरू हो गई। अफसरों के अनुसार इस पर आदेश जल्द आ सकता है।
बिलासपुर जोन के यार्ड में रखे रैक की मरम्मत व गिनती शुरू हो गई है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से बिलासपुर और रायपुर मंडल के अफसरों को ट्रेन नंबर के साथ खाली पड़े रैक की जानकारी उपलब्ध कराने कहा गया है।
फरवरी के अंत तक इन ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सकता है। बिलासपुर जोन के भीतर लगभग 30 लोकल ट्रेनों का परिचालन होता है। इसमें 4 ट्रेनें रायगढ़ से गुजरती हैं।
छोटे स्टेशनों के लिए कोई विकल्प नहीं
वर्तमान में मुंबई हावड़ा रूट पर बिलासपुर से रायगढ़ और कोरबा के बीच छोटे स्टेशनों के लिए यात्रियों के पास कोई विकल्प नही हैं। इससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें वर्तमान में 10 गुना ज्यादा खर्च कर निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। बस व टैक्सी से सफर करना पड़ रहा है।
राज्य के साथ रेलवे बोर्ड की सहमति जरूरी
लोकल ट्रेन शुरू होने से रूट के यात्रियों को राहत मिलेगी। जिस तरह अभी स्पेशल ट्रेनों के जनरल कोच में टिकटों की बुकिंग की जा रही है, उसी तरह पैसेंजर ट्रेनों को करने की रेल कर्मचारियों द्वारा कहीं जा रही है। ताकि यात्रियों के बीच ट्रेन में सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जा सके। इसके लिए रेलवे बोर्ड के साथ राज्य की सहमति भी जरूरी है।
हमारी तरफ से पूरी तैयारी है
पैसेंजर व लोकल ट्रेनों को शुरू करने को लेकर अबतक कोई निर्देश नहीं है, लेकिन हम इसके लिए तैयार है। हम अपनी सभी मेमू लोकल और पैसेंजर ट्रेनों की मेंटेनेंस और गिनती करा रहे हैं ताकि जैसे ही आदेश मिले परिचालन में किसी तरह की कोई परेशानी न हो।''
साकेत रंजन, सीपीआरओ एसईसीआर जोन
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