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बारदाने की सप्लाई नहीं करने और एफसीआई में चावल नहीं लेने का आरोप केंद्र सरकार पर मढ़ कर राज्य सरकार धान खरीदी से बचना चाह रही है जबकि उन्होंने चुनाव के वक्त दाना-दाना खरीदने की बात कही थी। जो किसान बोना जानते हैं वे काटना भी जानते हैं। किसानों के समर्थन में और सरकार की वादाखिलाफी के विरुद्ध भाजपा 13 जनवरी को विधानसभा क्षेत्रों में और 22 जनवरी को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपेगी। यह बातें प्रदेश भाजपा के नेता विजय शर्मा ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सरकार के मंत्री प्रदेश के जिलों में लगातार जनसभा और प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने धान खरीदी धीमी होने की वजह केंद्र सरकार का असहयोग बताया है। मुख्यमंत्री ने 2 जनवरी को रायगढ़ में केंद्र सरकार पर बारदाना उपलब्ध नहीं कराने और एफसीआई को चावल लेने से मना कर धान खरीदी प्रभावित करने का आरोप लगाया था। इसके बाद अब बीजेपी ने पलटवार किया है। जिला भाजपा कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। इसमें भाजपा नेता विजय शर्मा के साथ सांसद गोमती साय, प्रदेश भाजपा के मंत्री ओपी चौधरी समेत जिले के पदाधिकारी मौजूद थे। विजय शर्मा ने कहा, अगर किसानों ने कांग्रेस के वादे पर यकीन कर उन्हें बहुमत दिया है तो वे अगले चुनाव में इसका उलटा कर सकते हैं। भाजपा नेता ने कहा, किसानों को पिछले साल की धान खरीदी का भुगतान नहीं मिला है। वहीं इस बार धान खरीदी के 20 दिन बाद भी भुगतान नहीं दिया गया है।
खेती का रकबा घटाने को भाजपा ने बताया षड़यंत्र
भाजपा नेता ने कहा, जब प्रदेश में भाजपा सरकार थी जब एफसीआई 24 लाख टन चावल लेता था। केंद्र ने पिछली बार राज्य का कोटा बढ़ाकर 28 लाख किया जबकि यहां कांग्रेस की सरकार थी फिर भेदभाव का आरोप क्यों लगाया जा रहा है। प्रदेश की सरकार धान खरीदी से बचने के लिए गिरदावरी का षड़यंत्र किया और किसानों का रकबा घटा दिया।
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