रायगढ़ में नगर निगम ने हनुमान जी के नाम पर वाटर टैक्स की वसूली के लिए नोटिस जारी कर दिया है। इस अजीबोगरीब नोटिस में उनका लिंग परिवर्तन कर श्रीमती बजरंग बली के नाम पर 400 रुपए वाटर टैक्स चुकता करने का नोटिस आया है। अब बीजेपी ने रायगढ़ नगर निगम पर हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का आरोप लगाया है। यह मामला वार्ड क्रमांक 18 के टिकरापारा का है।
नगर निगम रायगढ़ शहर में जल कर की वसूली के लिए नोटिस जारी कर रही है। फरवरी और मार्च माह का एक साथ बिल वसूल किया जा रहा है। नोटिस भेजने की इतनी हड़बड़ी थी कि, उन्होंने टिकरापारा में भगवान हनुमान के नाम से नोटिस जारी कर दिया। ये नोटिस मंदिर प्रशासन के किसी व्यक्ति के नाम से जारी किया जाना था, लेकिन निगम के अफसरों और कर्मचारियों ने भगवान हनुमान को ही अपना हितग्राही बनाकर नोटिस दे दिया।
इतना ही नहीं बजरंग बली के नाम के सामने श्रीमती लिखा हुआ है, जिससे अब भक्तों में काफी आक्रोश है। भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने इस मामले में प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस हिंदू देवी-देवताओं की अपमान कर रही है। वे अपनी इस मानसिकता से बाज आएं, नहीं तो हिंदुओं का विरोध झेलने के लिए तैयार रहें।
शंकर भगवान को भी भेज चुके नोटिस
सबसे बड़ी बात ये है कि, रायगढ़ में अधिकारियों द्वारा की गई ये कोई पहली गलती नहीं है। इससे पहले SDM कार्यालय रायगढ़ ने भगवान भोले शंकर को उनके मंदिर से बेदखली का नोटिस भेज दिया था। काफी हंगामे के बाद प्रशासन ने अपनी गलती मानकर सुधार किया था। भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा कि, इससे पहले भगवान शिव को भी नोटिस जारी कर तहसील कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया गया था।
बीजेपी नेता उमेश अग्रवाल ने कहा कि, इस बार हमारे आराध्य बजरंग बली को न केवल नोटिस दिया गया, बल्कि उनके नाम के सामने श्रीमती भी लगा दिया गया और पति के स्थान पर मंदिर दर्शाया गया है। सोनिया गांधी भी राम सेतु के अस्तित्व पर सवाल उठा चुकी हैं। भाजपा हिंदू देवी-देवताओं के अपमान को बिल्कुल स्वीकार नहीं करेगी।
नोटिस में किया जा रहा सुधार- नगर निगम
इधर इस मामले में रायगढ़ निगम आयुक्त संबित मिश्रा ने कहा कि, नोटिस मंदिर के नाम से भेजी गई थी। अब बजरंगबली के नाम पर हुई गलती का मामला सामने आने के बाद नोटिस में संशोधन किया जा रहा है। नया नोटिस भेजा जाएगा।
कनेक्शन पूरे नहीं, लेकिन वॉटर बिल जारी
बीजेपी ने आरोप लगाया कि, शहर के कई हिस्सों में अमृत मिशन की पाइप लाइन में गड़बड़ी है। कई हिस्सों में पानी नहीं पहुंच रहा है। आए दिन निगम के कर्मचारियों का लोगों से विवाद हो रहा है। ऐसे में निगम अपनी कमियों को दूर करने के बजाय बिल बांटने में ही फोकस कर रहा है।
मार्च में तहसीलदार ने भगवान शंकर को दिया था नोटिस
इसी साल मार्च के महीने में भी नायब तहसीलदार विक्रांत राठौर ने मंदिर के पुजारी या प्रबंधन के बजाय सीधे मंदिर को ही नोटिस भेज दिया था। इस मामले में भगवान शिव को कोर्ट में भी पेश होना पड़ा था। अधिकारी ने भगवान को आरोपी बनाकर कोर्ट में पेश होने का नोटिस जारी किया था, और नहीं पेश होने पर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाने की बात कही थी। दरअसल रायगढ़ में अवैध कब्जे और निर्माण को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इसी मामले में रायगढ़ तहसील कोर्ट ने सीमांकन दल गठित कर कौहाकुंडा गांव में जांच कराई थी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.