दुनियाभर में कोरोना के फिर बढ़ रहे मामलों के बाद शासन ने सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने की एडवायजरी जारी की है। वहीं जिले में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी है। स्वास्थ्य विभाग के साथ ही लोग भी अब कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर गंभीर नहीं हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि 12-14 साल के बच्चों में लगभग 50 फीसदी ने ही पहली डोज लगवाई है।
12 से 14 साल ग्रुप के बच्चों की बात करें तो जिले में शुक्रवार को सिर्फ 112 बच्चों को ही पहली डोज लगी। 412 बच्चों को दूसरी डोज लगी है। तमनार, घरघोड़ा और सारंगढ़ ऐसे ब्लॉक हैं जहां शुक्रवार को 12 से 14 साल के एक भी बच्चों को टीके नहीं लगे। रायगढ़ शहरी इलाके में 13, पुसौर में 5 बच्चों को टीका लग सका है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गर्मी में बच्चों का स्वास्थ्य खराब ना हो जाए, यह सोचकर अधिकांश लोग टीका नहीं लगवा रहे हैं।
एक एएनएम को 1 गांव, 10 दिन का समय
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए विभाग की ओर से घर-घर जाकर टीका लगाया जा रहा है लेकिन अभियान का खास असर नहीं दिख रहा है। एक एएनएम को एक गांव की जिम्मेदारी दी गई है। 10 दिन के भीतर दिए गए क्षेत्र में टीकाकरण पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं ।
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