छत्तीसगढ़ के धमतरी में शुक्रवार सुबह वन विभाग की टीम ने एक तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया। इसके बाद उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इसके चलते वन विभाग ने उसे तत्काल ही घने जंगल में छोड़ने के लिए भेज दिया। पिछले 5 महीने में जिले के सिहावा क्षेत्र में तेंदुआ 3 बच्चों को अपना शिकार बना चुका है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पकड़ा गया तेंदुआ, वही आदमखोर है।
वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए चार अलग-अलग स्थानों पर पिंजरा लगाया था। शुक्रवार तड़के श्रृंगीऋषि पहाड़ी गुफा के नीचे रखे पिंजरे में तेंदुआ कैद हो गया। इसके बाद वन कर्मियों ने इसकी सूचना अफसरों को दी तो मौके पर SDO हरीश पांडे, बिड़गुड़ी रेंजर दीपक गावड़े सहित पुलिस और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पहुंच गए। जानकारी फैली तो ग्रामीणों की भी भीड़ जुटना शुरू हो गई। इसके बाद तेंदुए को वन विभाग की टीम ले गई।
मई से अब तक तीन बच्चों की ली जान, गुस्साए लोगों ने लगाया था जाम
तेंदुए की दहशत सिहावा क्षेत्र में इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि लोगों ने शाम ढलते ही घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया था। इसी महीने की 11 तारीख को तेंदुए ने ओडिशा के नवरंगपुर से परिजन के साथ श्रृंगीऋषि दर्शन करने आए 6 साल के बच्चे को मार दिया था। इससे पहले 15 मई को मुकुंदपुर में 8 साल के बच्चे और 23 सितंबर को मुकुंदपुर में ही 12 साल के बच्चे की जान ले चुका था। नाराज लोगों ने जाम भी लगाया था।
घने जंगल में छोड़ा है तेंदुए को
SDO हरीश पांडे ने बताया कि एक तेंदुआ पकड़ा गया है। इसे दूर टाइगर रिजर्व उदंती अभ्यारण के अरसी कन्हार जंगल के कक्ष क्रमांक 224 में छोड़ा गया है। यहां काफी घना जंगल है और आबादी भी कम है। तेंदुए के लिए पर्याप्त शाकाहारी पशु भोजन के लिए उपलब्ध है। तेंदुआ करीब डेढ़ से 2 वर्ष का नर था। इसे सिहावा थाना में लाया गया था, जहां पर देखने भीड़ उमड़ गई थी। इस वजह से जल्द से जल्द इसे छोड़ा गया।
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