पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
नगर का विकास मेरी पहली प्राथमिकता रही है और इसके अनुरूप ही योजनाबध्द तरीके से कार्य करते हुए मैंने और पूरे पालिका की टीम ने अपना एक साल का कार्यकाल पूरा किया है। गरियाबंद नगर स्वच्छ, सुंदर और सुव्यवस्थित नगर के रूप में अपनी पहचान स्थापित करें, इस लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। ये बातें नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूर्ण होने पर नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
नगर अध्यक्ष ने बताया कि एक साल में 4 करोड़ 64 लाख के निर्माण कार्य हुए। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 3 करोड़ रुपए की लागत से 125 हितग्राहियों का आवास निर्माण कर सौंपा गया। इसके अलावा गौरवपथ निर्माण कार्य में 28 लाख, महरीन डबरी सौंदर्यीकरण कार्य में 6.50 लाख, नगर के विभिन्न वार्डों में सीसी सड़क व नाली निर्माण में 65 लाख, गांधी मैदान मंे मंगल भवन में अतिरिक्त निर्माण कार्य 14 लाख, अध्यक्ष एवं पार्षद निधि से विकास कार्यां में 42 लाख, कांजी हाउस निर्माण 3 लाख, प्रतीक्षा बस स्टैंड निर्माण कार्य 2.50 लाख, शहरी विद्युतीकरण कार्य लागत 3 लाख रुपए सहित कई कार्य किए गए। कोरोना काल के दौरान 20 हजार मास्क वितरण किया गया। राशनकार्ड विहिन लोगों एवं बाहरी फसे मजदूरों को निशुल्क राशन सामाग्री दी गई। इस अवसर पर उनके साथ नगर पालिका उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके भी मौजूद थे।
कोरोना काल व बजट के अभाव में प्रभावित हुए काम
एक साल की उपलब्धि बताते नपा अध्यक्ष मेमन ने कहा कि कोरोना काल के बाद भी नगर के विकास के लिए हमने पूरा प्रयास किया। हालाकि कोरोना संक्रमण तथा बजट के अभाव में कई बड़े कार्य प्रभावित हुए, परंतु कोरोना काल में भी हमने लोगों की सेवा करने के साथ नगर के विकास में भी शत प्रतिशत ध्यान दिया। पत्रकारवार्ता में सभापति आसिफ मेमन, वंश गोपाल सिन्हा, सांसद प्रतिनिधि प्रहलाद ठाकुर भी मौजूद थे।
पॉजिटिव- आज आप बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से अपने काम संपन्न करने में सक्षम रहेंगे। सभी का सहयोग रहेगा। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। घर के बड़े बुजुर्गों का मार्गदर्शन आपके लिए सुकून दायक रहेगा। न...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.