रायपुर शहर में बुधवार को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पक्ष में निकाली गई रैली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पक्ष-विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर बयानों के सियासी तीर छोड़ रही है। इस घमासान में BJP-कांग्रेस के बाद अब आम आदमी पार्टी भी कूद गई है। इधर खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पक्ष में रैली निकालने वालों को पुलिस ने नोटिस जारी किया है, साथ ही आयोजक समेत 4 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है।
छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा है कि ये विरोध-प्रदर्शन सिख समुदाय का कार्यक्रम नहीं था, बल्कि ये प्रदर्शन कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के चलते किया है। इन स्वार्थी लोगों ने ही पूरे सिख समुदाय को उकसाने की घिनौनी साजिश रची। उन्होंने कहा कि ये शांतिप्रिय समाज में केवल सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की कोशिश है। इसे आम आदमी पार्टी कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
आप नेता कोमल हुपेंडी ने कांग्रेस से कुछ मुद्दों को लेकर सवाल पूछे और उन विषयों पर उनका रुख साफ करने की मांग की। उन्होंने पूछा कि आखिर जब पंजाब में कांग्रेस के नेता विधानसभा और सदन के बाहर अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, तो छत्तीसगढ़ में इस तरह के हालात क्यों बन रहे हैं? उन्होंने पूछा कि जब यह पूरी तरह कानून-व्यवस्था का मामला है, तो छत्तीसगढ़ में इन मुद्दों को तूल क्यों दिया जा रहा है?
आप नेता ने कहा कि जब पंजाब सरकार केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल बिठाकर कानून के अनुसार काम कर रही है, तो छत्तीसगढ़ में इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी को टारगेट क्यों किया जा रहा है? आखिर यहां इन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन क्यों नहीं किया।
'AAP पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गए'
कोमल हुपेंडी ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से साफ होता है कि छत्तीसगढ़ सरकार आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता और ताकत से घबरा गई है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों में घबराहट है, जिसके चलते वे एक विशेष समुदाय की छवि को खराब करने में लगे हैं। आप नेता ने लोगों से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की और कहा कि गलत राजनीति करने वालों को भविष्य में मुंहतोड़ जवाब दें।
आप छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष हुपेंडी ने बीजेपी-कांग्रेस पर ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया। उन्होंने अमृतपाल सिंह के पक्ष में निकाली गई रैली को पुलिस-प्रशासन और इंटेलिजेंस का फेलियर बताया।
राजेश मूणत ने भी लगाए आरोप
इधर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भी इस रैली को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरा है। राजेश मूणत ने आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें इस तरह खुलेआम सड़क पर रैली निकाल रही हैं। ऐसे समय में NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) कहां गया। क्या राज्य सरकार ये कानून केवल आदिवासियों को दबाने के लिए इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश विरोधी लोगों की शरणस्थली बनता जा रहा है, जो चिंताजनक है।
उन्होंने बिना अनुमति इस तरह की रैली निकाले जाने पर भी सवाल उठाया है। हालांकि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पक्ष में रैली निकालने वाले लोगों को पुलिस ने नोटिस जारी किया है। साथ ही रैली के आयोजकों और उनके दो साथी समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। इस मुद्दे को विपक्षी पार्टी लगातार विधानसभा में उठा रही है।
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