रायपुर पुलिस ने महादेव बुक ऐप से ऑनलाइन सट्टे का कारोबार चलाने वाले 12 बदमाशों को पकड़ा है। छत्तीसगढ़ की पुलिस ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जाकर सट्टे के अड्डों पर रेड की कार्रवाई की। तब इन सटोरियों को गिरफ्तार किया गया।
सिटी एसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि 2 दिन पहले रायपुर के अवंती विहार इलाके से गिरफ्तार हुए दिनेश और वी कार्तिक नाम के सटोरियों से आंध्र के गैंग का इनपुट मिला था। जिसके आधार पर यह कार्रवाई हुई है। यहां के सट्टेबाजों का आंध्रप्रदेश लिंक सामने आने के बाद टीम को विशाखापट्टनम भेजा गया। इसके बाद वहां बैठकर छत्तीसगढ़ के सटोरियों के साथ कारोबार करने वालों को गिरफ्तार किया गया है। विशाखापट्टनम के विजयनगर इलाके में एक मकान से सट्टे का रैकेट ऑपरेट हो रहा था।
दुबई भेज रहे मुनाफा
छत्तीसगढ़ में चल रहे महादेव बुक सट्टा रैकेट के मुख्य संचालकों के नाम भी जांच में सामने आए हैं । सौरभ चंद्राकर, कपिल चेलानी, रवि उत्पल और अतुल अग्रवाल महादेव बुक ऐप के मुख्य संचालक हैं । यह सभी दुबई में रहते हैं। छत्तीसगढ़ के कई कारोबारी और सटोरियों से इनके लिंक की जानकारी पुलिस को मिली। मोबाइल और लैपटॉप में लोकल सटोरियों का दुबई(UAE) लिंक पता चला है।
रायपुर और दुर्ग में बैठकर लोकल लेवल पर सट्टे का रैकेट ऑपरेट हो रहा था। अब तक इस रैकेट के दर्जनों सटोरिए पकड़े गए हैं। इन शहराें में चलाए जाने वाले सट्टे के कारोबार का मुनाफा दुबई भेजा जा रहा है। भारत से बाहर होने की वजह से फिलहाल पुलिस वहां तक नहीं पहुंच पाई है। देश के और भी राज्यों में महादेव बुक ऐप के जरिए सट्टे का रैकेट दुबई में बैठे सरगना ऑपरेट कर रहे हैं।
आंध्रप्रदेश से इन्हें लेकर लौटी रायपुर पुलिस
विजयनगर से अंकित चौबे, वी. वेंकटेश, कुशाल अप्पा , एम.के. मौली, एम. वेंकटेश, आयुष भारती, रितिक कुमार, के. राजू, अमन सिंह, तथा ए.राजू राव को पकड़ा गया। ये अपने मोबाइल फोन और लैपटाॅप में ऑनलाइन महादेव सट्टा की आई डी बनाकर बिक्री करने के साथ ही ऑनलाइन सट्टा रैकेट चला रहे थे। सटोरियों के कब्जे से लैपटाॅप - 8 , मोबाइल - 23, दर्जन भर से अधिक रजिस्टर, 10 नग एटीएम कार्ड और 10 खातों के पासबुक और करोड़ों की डील की जानकारियां मिलीं हैं।
झट से मिल जाती है जमानत, CM ने दिए सख्ती के निर्देश
रायपुर पुलिस के मुताबिक ऑनलाइन सट्टा रैकेट के अब तक 74 लोग पकड़े जा चुके हैं। मगर इनमें से अधिकांश जमानत पर रिहा हो चुके हैं। एक दिन पहले शनिवार को इस मसले पर CM ने सभी जिलों के एसपी और DGP अशोक जुनेजा से बात की है। हाई लेवल मीटिंग में ये बात सामने आई कि जुआ एक्ट में कार्रवाई हो रही है, इसमें आसानी से जमानत मिल जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा ऑनलाइन जुआ-सट्टा का कारोबार बहुत बड़ा है। इसका नेटवर्क देश के दूसरे राज्यों और विदेशों से संचालित हो रहा है।
इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए कानूनी अड़चन आड़े आ रही है। इसके लिए आईटी कानून में भी पर्याप्त बदलाव की जरूरत है। लेकिन आईटी कानून में कोई संशोधन केंद्र सरकार ही कर सकती है। इसकी भी कोशिश हो रही है। पुलिस को इससे सख्ती से निपटने को कह दिया गया है। DGP से CM ने कहा है कि इसके लिए नया कानून बनाने की जरूरत है तो उसे भी प्रस्तावित किया जाए। हालांकि अभी तक अफसरों ने इसका खाका नहीं बनाया है। एक सुझाव है कि आईटी एक्ट में कुछ बदलाव कर इसको प्रभावी किया जा सकता है। लेकिन आईटी एक्ट केंद्र सरकार का विषय है। ऐसे में राज्य सरकार उसमें संशोधन नहीं कर पाएगी। संभवत: सरकार अब इसके लिए केंद्र सरकार से पत्राचार करेगी।
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