शहर अनलॉक होने के बाद सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है। हालांकि 6 हजार यात्री और स्कूली बसें बंद हैं। बच्चों को स्कूल जाने ले जाने वाले आटो भी नहीं चल रहे हैं। इसके बावजूद बाजार ही नहीं शहर की ज्यादातर सड़कों पर जाम लग रहा है। जय स्तंभ चौक और लोधी पारा चौराहे के पास तो शाम को पूरा सिस्टम ही ध्वस्त हो रहा है।
पीडब्ल्यूडी की ताजा सर्वे रिपोर्ट चौंकाने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार केवल टाटीबंध चौक से रोजाना 1.96 लाख गाड़ियां गुजरती हैं। इसमें अनुमान है कि दूसरे जिलों और राज्यों के करीब 40 हजार वाहन शहर में एंट्री कर रहे हैं। इनमें 90 फीसदी निजी है। बसें बंद होने के कारण लोग प्राइवेट वाहन से आ रहे हैं। इससे शहर की सड़कों पर एकाएक वाहनों की संख्या बढ़ गई है।
पुलिस और ट्रैफिक विभाग के अफसरों के अनुसार बसों का परिचालन सभी जगह बंद है। इस वजह से दूसरे राज्यों और शहरों से आने वाले ज्यादातर लोग निजी वाहनों से आ रहे हैं। एक बस में जहां 50-60 लोग एक साथ बैठकर आ जाते थे, वहीं अब एक-दो लोग निजी वाहनों से आ रहे हैं।
इससे शहर में वाहनों की संख्या एकाएक बढ़ गई है। आस-पास के गांव और आउटर में भी सिटी बस का परिचालन बंद होने से लोगों को अपने वाहनों से ही शहर में आना पड़ रहा है। यही वजह है कि अनलॉक होते ही शहर की प्रमुख सड़कों पर जाम लग रहा है। पीडब्ल्यूडी ने फिलहाल एक ही चौराहे का सर्वे किया है।
ट्रैफिक पुलिस के अफसरों का मानना है कि बिलासपुर, जगदलपुर, बलौदाबाजार और सराईपाली रोड से भी आने वाले प्राइवेट वाहनों की संख्या बढ़ गई है। लोगों को मजबूरी में निजी वाहन से राजधानी आना पड़ रहा है। इसका असर सड़कों पर दिखाई दे रहा है। यही वजह है जयस्तंभ चौक और लोधीपारा चौक के पास-पास की सड़कें खासी चौड़ी और डिवाइडर वाली होने के बावजूद यहां शाम को लोग जाम में फंसते हैं।
पीक के 8 घंटे रहता है दबाव ज्यादा
पुलिस के अनुसार पीक के 8 घंटे सुबह 9 से 12 बजे और शाम को 4 से 6 बजे के बीच शहर की सड़कों पर ट्रैफिक ज्यादा होता है। शुक्रवार सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे के बीच शास्त्री चौक से 35,000 गाड़ियां चौक से होकर गुजरीं है। फाफाडीह चौक से 30,000 और तात्यापारा रोड से 28,000 गाड़ियां गुजरीं। महिला थाना चौराहे को 15,000 और एसआरपी भगत सिंह चौक से 25 हजार वाहनों ने पार किया। 24 घंटे में शहर की सड़कों पर तकरीबन 4 लाख गाड़ियां गुजरती हैं। जबकि शहर के आउटर से ढाई लाख गाड़ियां निकलती हैं।
24 घंटे में 4 लाख गाड़ियों का मूवमेंट
ट्रैफिक पुलिस के सर्वे के अनुसार शहर में रोजाना 24 घंटे के दौरान 4 लाख से ज्यादा गाड़ियांें का मूवमेंट होता है। इनमें यात्री और स्कूली बसों के अलावा आटो, कार, दुपहिया दूसरे पब्लिक व्हीकल भी शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार राजधानी में तकरीबन 7000 बसें चलती है। इसमें अलग-अलग शहरों से आने वाली 2500 यात्री बसें है। स्कूल-कॉलेज, सिटी और कंपनियों के बसें 4500 है।
ट्रैफिक पुलिस के सर्वे के अनुसार शहर में रोजाना 24 घंटे के दौरान 4 लाख से ज्यादा गाड़ियांें का मूवमेंट होता है। इनमें यात्री और स्कूली बसों के अलावा आटो, कार, दुपहिया दूसरे पब्लिक व्हीकल भी शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार राजधानी में तकरीबन 7000 बसें चलती है। इसमें अलग-अलग शहरों से आने वाली 2500 यात्री बसें है। स्कूल-कॉलेज, सिटी और कंपनियों के बसें 4500 है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.