महात्मा गांधी को सार्वजनिक मंच से अपशब्द कहे जाने के बाद विवादों में आई रायपुर धर्म संसद के आयोजन को लेकर भाजपा-कांग्रेस में ठन गई है। कांग्रेस का दावा है कि इस आयोजन में कालीचरण को बुलाने में संघ और भाजपा का हाथ है। उनके पास इसका पुख्ता प्रमाण है। इन सबूतों को वह पुलिस अधिकारियों को सौंपने जा रही है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने आरोप लगाया, धर्म संसद के दौरान कालीचरण द्वारा कही गई आपत्तिजनक बातें भाजपा और संघ की सोची समझी साजिश का नतीजा है। कालीचरण की सोशल मीडिया प्रोफाइल चेक करने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि उसकी निकटता भाजपा, संघ और संघ के अनुषांगिक संगठनों के साथ रही है। कालीचरण के रायपुर प्रवास के दौरान भी रायपुर विमानतल पर उसका स्वागत करने के लिए भाजपा और संघ के वरिष्ठ नेतागण गए थे। सोशल मीडिया और वॉट्सएप के माध्यम से लोगों को संदेश भेज कर भाजपा और संघ के नेताओं ने कार्यक्रम स्थल पर भीड़ भी एकत्र किया था। आर.पी. सिंह ने कहा, इन सभी के पुख्ता प्रमाण कांग्रेस पार्टी के पास हैं जिसे हम जांच कर रही पुलिस टीम को सौंप रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने पुलिस प्रशासन से यह आग्रह किया है कि इस पूरे मामले की बेहद गंभीरता से जांच की जाए ताकि भाजपा संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों के नेताओं की संलिप्तता का पता जनता को चल सके। इससे पहले भाजपा नेताओं, खासकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने धर्म संसद को कांग्रेस का आयोजन बताया था। रमन सिंह ने कहा, आयोजन कांग्रेस का था तो उसमें भाजपा को क्यों घसीटा जा रहा है।
कालीचरण के खिलाफ पहले ही दर्ज हो चुका है केस
धर्म संसद में महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने और गाली देने को लेकर कालीचरण के विरुद्ध धारा 505.2 तथा 294 भादवि के तहत मामला दर्ज हुआ है। जांच के दौरान कालीचरण के भाषण के वीडियो को देखने पर पुलिस ने पाया कि यह भाषण न केवल साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाला है बल्कि धर्म विशेष के प्रति वैमनस्य फैलाने वाला भी है। उसके बाद इसमें धारा 295 और धारा 153 भी जोड़ी गई है।
मुख्यमंत्री पहले ही दे चुके हैं कार्रवाई के संकेत
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही इस मामले में सख्त कार्रवाई के संकेत दे चुके हैं। मंगलवर को उन्होंने कहा, कालीचरण बहुत बहादुर है तो सरेंडर करे, नहीं तो छत्तीसगढ़ की पुलिस उसे गिरफ्तार करने जाएगी। फिलहाल पुलिस टीमें कालीचरण का पता लगाने और गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी हैं।
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