कई साल के बाद ऐसा हुआ जब बीएससी और बीकॉम के बजाय छात्र-छात्राओं ने बीए फर्स्ट इयर में सबसे ज्यादा एडमिशन लिया है। हर साल बीएससी व बीकॉम में प्रवेश के लिए कड़ी स्पर्धा होती है, लेकिन इस साल बीए में ज्यादा छात्रों के प्रवेश हुए। बीएससी व बीकॉम की तुलना बीए की सीटें ज्यादा रहती हैं, लेकिन प्रवेश कम होने की वजह से यह खाली रह जाती हैं। इस बार हर कॉलेजों में बीए की सीटें लगभग भर गई हैं।
इस बार जिन छात्रों ने काॅमर्स में दाखिला नहीं लिया उन्होंने नियमित छात्र के रूप में बीए में प्रवेश ले लिया है। भास्कर ने इस बार ग्रेजुएशन में हुए प्रवेश की पड़ताल की तो पता चला कि सभी विवि में इस बार बीए में ज्यादा दाखिले हुए हैं। रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कॉलेजों में बीए फर्स्ट ईयर में करीब 12 हजार, दुर्ग विवि में 13 हजार औैर बिलासपुर विवि में 8 हजार छात्रों ने प्रवेश लिया है। जो बाकी विषयों से ज्यादा है।
यूजी में 40 हजार से ज्यादा सीटें खाली
राज्य के छह प्रमुख राजकीय विश्वविद्यालय पं. रविशंकर शुक्ल विवि, बस्तर विवि, दुर्ग विवि, बिलासपुर विवि, रायगढ़ और सरगुजा विवि में ग्रेजुएशन की करीब पौने दो लाख सीटें हैं। इनमें नियमित छात्र के रूप में ग्रेजुएशन जैसे बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए, बीबीए समेत अन्य कक्षाओं में करीब 1 लाख 30 हजार छात्रों ने ही एडमिशन लिया। पिछली बार की तुलना में इस बार दाखिला लेने वाले नियमित छात्रों की संख्या अधिक है। हालांकि इसके बावजूद कॉलेजों में 40 हजार से ज्यादा सीटें खाली रह गईं।
बार-बार तारीख बढ़ाई फिर भी नहीं भरीं सीटें
शिक्षा सत्र 2022-23 के अनुसार विवि व कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया जुलाई से शुरू की गई थी। तब प्राचार्य स्तर पर प्रवेश की आखिरी तारीख 16 अगस्त और कुलपति की अनुमति से 26 अगस्त तय की गई थी। लेकिन उस तारीख तक बड़ी संख्या में सीटें खाली थी। इस वजह से प्रवेश की तारीख बढ़ाकर 20 सितंबर की गई। इसके बाद फिर से 30 सितंबर तक एडमिशन दिए गए।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.