रायपुर के सिलतरा इलाके में राख के ढेर में दबने से 3 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 15 साल की बच्ची घायल है। ये लोग राख जमा करने पहुंचे थे। जहां अचानक दबकर इनकी मौत हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना की जानकारी अफसरों से ली है। घायलों को बेहतर इलाज की सुविधा देने की निर्देश दिए हैं।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिलतरा इलाके में राख की खुदाई करते वक्त हुए हादसे में तीन लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। हादसे में 2 लोग घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। सिलतरा इलाके में कई फैक्ट्रियां हैं। इनसे निकलने वाली राख को ग्रामीण निकालकर बेचते हैं। इसी के ढेर में दब जाने से तीन लोगों की जान गई है। मरने वालों के नाम मोहर बाई उम्र 50वर्ष, पुनीत कुमार मनहरे उम्र 22 वर्ष पांचो गहरे उम्र 32वर्ष हैं। मोहर बाई और पुनीत मां बेटे थे।
धरसींवा थाने की पुलिस इस हादसे की जांच कर रही है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में जिन तीन लोगों की जान गई वो सांकरा इलाके के रहने वाले थे। इस हादसे में एक बच्ची भी घायल है। जो मृतकों की रिश्तेदार है। वो उन्हीं के साथ सुबह राख निकालने गई थी। राख निकालते वक्त ऊपर का मलबा भर-भराकर गिर गया। 15 साल की बच्ची का इलाज रायपुर एम्स में किया जा रहा है। उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। बाकि के तीन लोगों को पुलिस ने मलबे से बाहर निकलवाया। अस्पताल ले जाए जाने पर डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
जगदलपुर में खदान धंसने से 6 लोगों की हुई थी मौत
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में दिसंबर 2022 में छुई खदान धंसने से वहां काम कर रहे 6 मजदूरों की दबकर से मौत हो गई थी। मृतकों में 5 महिलाएं और 1 पुरुष था। दरअसल, मालगांव में जिस जगह पर हादसा हुआ था वहां पर ग्रामीणों ने मुरुम खोद कर करीब 10 फीट लंबी सुरंग बना दी थी। गांव वाले मिट्टी निकाल ही रहे थे। इस दौरान अचानक मिट्टी धंस गई। पढ़े पूरी खबर
प्रदेश में इस तरह की घटनाएं और भी हुई थी..
सूरजपुर में 6 महीने पहले SECL की बंद पड़ी कोयला खदान धंसने से दो ग्रामीणों की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि दोनों ग्रामीण कोयला चोरी करने के लिए खदान में गए थे। इसी दौरान हादसा हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला। इसके बाद उनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
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