राजधानी के 33 तालाबों को एक-एक कर संवारने के लिए स्मार्ट सिटी 20 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, लेकिन एक महत्वपूर्ण फैसला यह लिया गया है कि अब किसी भी तालाब के किनारे फूड कोर्ट स्थापित नहीं किए जाएंगे। अभी तेलीबांधा (एमडी) और कटोरातालाब (केटी) में फूड कोर्ट हैं।
नगर निगम-स्मार्ट सिटी के विशेषज्ञों के मुताबिक फूड कोर्ट होने से तालाबों में बचा हुआ खाद्य पदार्थ और गंदगी जाने का खतरा बना हुआ है। इसलिए इसे हतोत्साहित कर तालाबों के किनारे केवल ऐसी सुविधाएं डेवलप की जाएं, जो लोगों की फिटनेस से संबंधित होंगी जैसे एक्सरसाइज जोन, पाथ-वे और योगा पाइंट वगैरह। शहर में स्मार्ट सिटी अब 20 करोड़ की लागत से 33 से ज्यादा तालाबों को संवारने की एक बड़ी योजना पर काम कर रहा है। इसके तहत शहर के 33 से ज्यादा पुराने तालाब अलग-अलग थीम पर संवारे जाएंगे।
चौपाटी से हटकर अब स्मार्ट सिटी ने इन तालाबों के लिए फिटनेस से जुड़ी अलग-अलग सुविधाों का अध्ययन शुरू किया है। इसके लिए सभी तालाबों का पूरा प्लान बदला जा रहा है। यही नहीं, एक बड़ा बदलाव यह भी है कि अब केवल बड़े तालाबों में एसटीपी यानी सीवरेज प्लांट लगाए जाएंगें। दरअसल, पहले स्मार्ट सिटी ने 200 करोड़ की एक बड़ी योजना बनाई थी, जिसमें हर तालाब में एसटीपी प्लांट लगाए जाने थे। बाद में पड़ताल हुई तो यह बात सामने आई कि दो-तीन को छोड़कर बाकी किसी तालाब में आसपास की नालियों से गंदा पानी नहीं जा रहा है। इसके बाद तय हुआ कि अधिकांश तालाबों में एसटीपी की जरूरत नहीं है, क्योंकि एक एसटीपी का खर्च 50 लाख से एक करोड़ रुपए के बीच है। केवल तेलीबांधा तालाब में ही कोर्ट फूड के साथ एंटरनेटमेंट पार्क शुरू किया जा रहा है।
पुरैना तालाब नए स्वरूप में
कोरोना काल में स्मार्ट सिटी ने जिन आधा दर्जन तालाबों में सौंदर्यीकरण का काम शुरु किया था, उनमें से शताब्दी नगर में पुरैना तालाब का काम पूरा होने वाला है। यह तालाब पहले जलकुंभी से अटा रहता था, अब इसकी सफाई के साथ किनारों को भी पक्का कर दिया गया है। यही नहीं, तालाब के चारों किनारों पर छोटे-छोटे पार्क भी बन रहे हैं। पुरैना तालाब का प्लान शताब्दी नगर और आसपास के लोगों की फिटनेस को ध्यान में रखकर बना है। इसे दीवारों से घेरकर गेट भी लगाया गया है। तालाब के चारों किनारे पर पाथ वे, स्ट्रीट लाइट और बेंच वगैरह लगाई जा रही हैं। स्मार्ट सिटी के अफसरों के मुताबिक नए साल में इस तालाब को आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
तेलीबांधा में अब बच्चे-बुजुर्ग और युवा भी उठा सकेंगे लुत्फ
शहर में सबसे ज्यादा आवाजाही वाले तेलीबांधा तालाब में नए साल में फूड, फिटनेस और एंटरनेटमेंट जोन शुरु होने जा रहा है। इस तालाब की री डेवलपमेंट प्लान स्मार्ट सिटी ने बनाया था, जबकि निर्माण कार्य नगर निगम ने किया है। तेलीबांधा में चार कोनों पर अलग-अलग एक्टिविटी के लिए फूड, फिटनेस और एंटरटेनमेंट जोन बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर राजीव सेंगर के मुताबिक जनवरी में तालाब की ओपनिंग की पूरी तैयारी कर ली गई है। तालाब को हर आयु वर्ग के लोगों के लिहाज से डेवलप किया गया है, ताकि बच्चे बुजुर्ग युवा सभी यहां आकर लुफ्त उठा सकें। परिसर में सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए एंफीथिएटर भी बनाया गया है। फिटनेस के लिए योगा जोन, चहलकदमी के लिए पाथ वे का लंबा ट्रैक भी रहेगा।
इन तालाबों को संवारने का प्लान
कचना, जरवाय, भनपुरी छठा तालाब, मलशाय, महादेवा, साहू पारा, फाफाडीह, चिरौंजी, सरयूबांधा, कुष्ठ बस्ती, राजा तालाब, गोंदवारा, डंगनिया, सोन डोंगरी, मोवा स्कूल आदि।
फिटनेस पर फोकस
शहर के तालाबों को अब इस तरह से डेवलप किया जाएगा, ताकि ये लोगों की फिटनेस से जुड़ी सुविधाओं पर फोकस रहें। चौपाटी जैसी सुविधाएं हटा दी गई हैं।
-चंद्रकांत वर्मा, एडिशनल एमडी-स्मार्ट सिटी
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