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लॉकडाउन में ट्रेनों के रद्द होने से हजारों यात्री फंस गए थे। रिजर्वेशन टिकट लेने के बाद सफर ना करने वाले यात्रियों की संख्या का आकलन अब धीरे-धीरे हो रहा है। रायपुर समेत पूरे जोन में बुधवार 10 जून तक ढाई लाख से भी अधिक यात्रियों के टिकट कैंसिल किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक 9 जून तक 2 लाख 32 हजार यात्रियों के टिकट रद्द हुए। इसके बदले रेलवे ने 15 करोड़ 23 लााख रुपए यात्रियों को रिफंड किया।
टिकट कैंसिलेशन का यह आंकड़ा दिनों-दिन बढ़ रहा है। रायपुर स्टेशन के साथ ही शहर के अन्य पीआरएस काउंटरों पर पहुंचने वाले यात्री टिकट कैंसिल कराने वाले ही अधिक हैं। यही स्थिति पूरे प्रदेश के टिकट काउंटरों की है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह केवल पीआरएस काउंटर के टिकट कैंसिल हो रहे हैं। ऑनलाइन ई-टिकट तो अपने-आप ही कैंसिल हो गया है। इसके लिए यात्रियों को किसी तरह के आवेदन की अनिवार्यता नहीं है।
22 मई से खोले गए हैं काउंटर : रेलवे बोर्ड के निर्देश पर 22 मई से रायपुर समेत राज्यभर में विभिन्न आरक्षण काउंटर खोले गए हैं। यह फैसला तब हुआ, जब देशभर सौ जोड़ी ट्रेनें चलाने का फैसला 1 जून से लिया गया। रायपुर स्टेशन से चार जोड़ी ट्रेनें चल रही हैं।
यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखकर आरक्षण केंद्र की संख्या योजनाबद्ध तरीके से बढ़ाई जा रही है। सभी काउंटरों में कोविड-19 के प्रोटोकाल के तहत मास्क पहनने व सामाजिक दूरी का पालन कराया जा रहा है। साथ ही रेलवे ने सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु एप के प्रयोग करने की सलाह भी काउंटरों पर दे रहा है।
छह माह के अंदर ले सकेंगे रिफंड
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने टिकट कैंसिलेशन के रिफंड नियमों में कुछ बदलाव किया है। परिवर्तित नियमों के अनुसार अब यात्रा तिथि से 6 माह के अंदर भी रिफंड ले सकते हैं। इससे पहले तीन महीने के अंदर ही टिकट रद्द कराने का नियम था, लेकिन यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए समय अवधि को बढ़ाया गया है।
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