छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में गुरुवार देर रात SECL की बंद पड़ी कोयला खदान धंसने से दो ग्रामीणों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों ग्रामीण कोयला चोरी करने के लिए खदान में गए थे। इसी दौरान हादसा हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला। इसके बाद उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, भटगांव के दुग्गा में SECL की कोयला खदान थी। जिसे कुछ साल पहले बंद किया जा चुका है। इसी खदान से बनिया टिकरी बैजनाथपुर निवासी रामेश्वर राजवाड़े और सुख लाल राजवाड़े कोयला चोरी करने के लिए गए थे। इसी दौरान खदान की मिट्टी धसकने से दोनों उसी में दब गए और उनकी मौत हो गई।
प्रतापपुर SDOP अमोलक सिंह ने बताया कि रात करीब 9.30 बजे सूचना मिली कि SECL की दुग्गा में बंद खदान में दो व्यक्ति दबे हुए हैं। वहां पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। दोनों के शवों को भटगांव SECL अस्पताल में रखवाया गया है। पुलिस आगे की जांच करेगी। जिसमें सब कुछ क्लियर हो जाएगा।
रोज रात में होती है खदान से कोयला चोरी
बताया जा रहा है कि इस बंद खदान से रोज रात में कोयले की चोरी की जाती है। आरोप है कि पुलिस सब कुछ जानती है, फिर भी कार्रवाई नहीं करती। इसी के चलते चोरों के हौसले बढ़ गए हैं। यह बताया जा रहा है कि देर रात कोयला चोरी की सूचना पुलिस को दी गई थी, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अगर समय रहते पुलिस पहुंचती तो हादसा नहीं होता।
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