एफएमडीए के एक्सईएन मदनलाल शर्मा और नगर निगम एक्सईएन जेपी बधवा को सेक्टर 25 बूस्टर पर बंधक बनाकर बदसलूकी करने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार देररात दो अन्य एफआईआर दर्ज कर आरोपी बीजेपी पार्षद जयवीर खटाना और उनके आठ समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को सभी आरोपियों को जेएमआईसी मो. जकारिया खान की कोर्ट में पेश किया गया जहां से बीजेपी पार्षद समेत सभी नौ आरोपियाें को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उधर पार्षद की गिरफ्तारी से नाराज अन्य पार्षदों ने मंगलवार रात निगम पहुंचकर कमिश्नर कार्यालय में जमकर हंगामा किया और इस घटना के लिए कमिश्नर को ही जिम्मेदार ठहराया। नाराज पार्षदों ने डॉ. गरिमा मित्तल पर सरकार को बदनाम करने का भी आरोप लगाया। मामला तूल पकड़ता देख पार्षदों ने यूनियन के पदाधिकारियों से बात की और डीसी यशपाल यादव व चीफ इंजीनियर रामजीलाल के साथ बैठक कर आपसी समझौता कर मामले को रफा दफा करने की गुजारिश की। बुधवार दोपहर बाद शपथ पत्र के साथ दोनों पक्ष किसी भी प्रकार की कार्रवाई न करने के लिए राजी हो गए। इसके बाद हड़ताल खत्म कर दी।
विवाद का ये है पूरा मामला
एनआईटी इलाके में पानी की समस्या पैदा होने से नाराज लोगों ने गत रविवार को सेक्टर 25 स्थित पानी के बूस्टर पर धावा बाेल दिया और जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व बीजेपी पार्षद जयवीर खटाना कर रहे थे। लेागों ने वहां मौजूद एफएमडीए के एक्सईएन मदनलाल शर्मा व निगम एक्सईएन जेपी बधवा का घेराव कर करीब तीन घंटे तक बंधक भी बनाए रखा। इससे नाराज निगम इंजीनियरिंग विभाग के जेई, एसडीओ और एक्सईएन सोमवार से कामकाज बंद कर हड़ताल पर चले गए। इनके समर्थन में नगर पालिका कर्मचारी संघ, सफाई कर्मचारी यूनियन और म्यूनिसपल कारपोरेशन इंप्लाइज फेडरेशन भी आ गयी और कामकाज बंद कर दिया।
वीडियो से पहचान कर नौ की हुई गिरफ्तारी
अधिकारियों को बंधक बनाकर बदसलूकी करने वाले मामले में वायरल हो रहे वीडियो में लोगों की पहचान कर नौ लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत सेक्टर 58 थाना पुलिस ने केस दर्ज किया। एफएमडीए के चीफ इंजीनियर एनडी वशिष्ठ ने बीजेपी पार्षद सेक्टर 23 निवासी जयवीर खटाना, उनके समर्थक भीम सिंह, संजय कॉलोनी सेक्टर 23 निवासी रमन, रविंदर, कुलदीप, मनिंदर, सेक्टर 22 निवासी आकाश, राजन सूद व राजन आहूजा के खिलाफ केस दर्ज कराया। वहीं दूसरी ओर सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलबीर बालगुहेर ने निगम पार्षद जयवीर खटाना और उनके पिता पूर्व पार्षद धर्मवीर खटाना के खिलाफ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने पर एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया।
पुलिस ने रात में ही आरोपियों को कर लिया गिरफ्तार
सेक्टर 58 प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि पार्षद समेत सभी नौ आरोपियों को मंगलवार की देररात गिरफ्तार कर लिया गया। रात में ही उनका मेडिकल कराया गया। बुधवार को सभी नौ आरोपियों को जेएमआईसी मो. जकारिया खान की कोर्ट में पेश किया गया जहां से सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि पार्षद ने बेल के लिए आवेदन किया है। जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
गलती मानने पर यूनियन शिकायत लेने को राजी
जयवीर खटाना की गिरफ्तारी होने के बाद नाराज पार्षद दीपक चौधरी, महेंद्र सरपंच, सुरेंद्र अग्रवाल, दीपक यादव, ललिता यादव, जयवीर की पत्नी पार्षद शीतल खटाना आदि पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना के साथ मंगलवार की रात निगम मुख्यालय पहुंचे और कमिश्नर ऑफिस में जमकर हंगामा किया। पार्षदों ने कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके बाद यूनियन और पार्षद डीसी आवास पर पहुंचे। अपनी गलती मानते हुए समझौते का मन बनाया। आखिर में बुधवार केा चीफ इंजीनियर रामजीलाल के साथ बैठक कर दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। पार्षद जयवीर खटाना की ओर से पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना और पार्षद दीपक चौधरी ने अपनी गलती मानी। जिसके बाद नगर निगम यूनियन भी अपनी शिकायत वापस लेने के लिए राजी हो गयी।
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