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तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने शनिवार को गुड़गांव में चक्का जाम करने के लिए काफी प्रयास किए। इस दौरान किसानों ने बजघेड़ा रोड स्थित कृष्णा चौक को चुना, जहां दोपहर 12 बजे किसान व विपक्षी दलों के नेता सड़क पर ही बैठ गए। हालांकि वहां पुलिस तैनात रही, लेकिन करीब आधे घंटे बजघेड़ा रोड पर ट्रैफिक पूरी तरह थमा रहा।
इसके बाद बजघेड़ा रोड के ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया, जिससे पुलिस ने राहत की सांस ली। वहीं दूसरी ओर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की लापरवाही से दिल्ली रोड पर सड़क निर्माण को लेकर काटे गए पेड़ों के कारण महावीर चौक तक ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने शनिवार को चक्का जाम की तैयारी कर ली थी।
इस दौरान पुलिस व प्रशासन ने भी चक्का जाम से निपटने के लिए पूरी तैयारी की थी। इस दौरान 59 ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात करने के साथ-साथ 59 पुलिस अधिकारियों को भी इसके लिए ड्यूटी लगाई थी। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने बजघेड़ा रोड पर बैठकर चक्का जाम करने का प्रयास किया।
हालांकि शुरूआत में विरोध कर रहे विपक्षी दलों नेता व किसानों ने कृष्णा चौक पर ट्रैफिक को पूरी तरह रोक दिया, लेकिन इसके बाद फ्लाई ओवर से पहले ही डायवर्ट कर ट्रैफिक को सुचारू कराया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के खिलाफ चक्का जाम बताया सफल
अलोकतांत्रिक तरीकों से सरकार की तानाशाही तथा षडयंत्र रचकर शांतिपूर्वक किसानों के आंदोलन को तोड़ने के विरोध में आज गुरुग्राम में संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह के नेतृत्व में बजघेडा फ्लाईओवर के पास कृष्णा चौक पर चक्का जाम किया गया। किसान मोर्चा अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह, राव कमलबीर सिंह, प्रदीप जेलदार, आरएस राठी, गजे सिंह कबलाना व बीरू सरपंच ने इस चक्का जाम को पूरी तरह सफल बताया। उन्होंने कहा कि सरकार की तानाशाही के खिलाफ भारत बंद सफल रहा।
उन्होंने कहा कि सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से तानाशाही अपनाकर तथा षड्यंत्र रच कर किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी दिल्ली बॉर्डरों पर तार फेंसिंग करके कांटेदार तार लगा दी है तथा सड़कों पर कीलें लगा दी है और 13 लेवल की बैरिकेडिंग लगाकर पूरी दिल्ली की किलेबंदी कर दी है।
शहर की सड़कों पर तैनात रहे 4 हजार से अधिक पुलिस कर्मी
वहीं किसानों व विपक्ष के चक्का जाम से निपटने के लिए पुलिस व प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर दिखा। इस दौरान शहर की सड़कों के अलावा दिल्ली जयपुर हाइवे पर चार हजार से अधिक पुलिस कर्मी तैनात रहे। इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर भी आने-जाने वाले लोगों की चेकिंग की गई। साथ ही बस स्टैंड व शहर की अधिक भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भी पुलिस तैनात दिखाई दी।
मुंडाका बॉर्डर पर चक्का जाम का रहा असर| उधार, मेवात से सटे राजस्थान के अलवर जिले के मुंडाका बॉर्डर पर चक्का जाम का पूरा असर देखने को मिला। इसका असर मेवात पर पड़ा। हरियाणा तथा राजस्थान के किसान नेताओं के अलावा कांग्रेस के नेताओं ने भी चक्का जाम में शिरकत की। दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम का असर राजस्थान की सीमा में पूरी तरह से देखने को मिला। इस चक्का जाम में भारी भीड़ जुटी।
पॉजिटिव- आज समय कुछ मिला-जुला प्रभाव ला रहा है। पिछले कुछ समय से नजदीकी संबंधों के बीच चल रहे गिले-शिकवे दूर होंगे। आपकी मेहनत और प्रयास के सार्थक परिणाम सामने आएंगे। किसी धार्मिक स्थल पर जाने से आपको...
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