गुरुग्राम में सुबह लगभग साढ़े चार बजे अरावली की पहाड़ियों में स्थित घाटा गाँव के पास क्राइम ब्रांच सेक्टर-39 और मोटरसाइकल सवार दो बदमाशों में हुई मुठभेड़ में क्राइम ब्रांच की टीम के हत्थे दो इनामी बदमाश चढ़ गए। जिन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस और बदमाशों के बीच हुई इस मुठभेड़ में लगभग दोनों तरफ से 40 राउंड फायर हुए जिसमे गुरुग्राम पुलिस क्राइम ब्रांच का एक जवान घायल हो गया और पुलिस पार्टी द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाशों को पैरों में गोली लगी है जिन्हे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं क्राइम ब्रांच के घायल जवान का इलाज गुरुग्राम में चल रहा है।
गुरुग्राम में अरावली की पहाड़ियों का इलाका सुबह लगभग साढ़े चार बजे एकाएक गोलियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और इलाके में ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज सुनाई देने लगी। दरअसल ये फायरिंग गुरुग्राम पुलिस की क्राइम ब्रांच सेक्टर-39 और मोटरसाइकल सवार बदमाशों के बीच हो रही थी जिसमे लगभग 40 राउंड फायर हुए। गुरुग्राम पुलिस के आला अधिकारियों की माने तो क्राइम ब्रांच सेक्टर-39 की टीम को सूचना मिली थी कि एक-एक लाख रुपये के दो इनामी बदमाश जोंटू और मनीष गुरुग्राम के घाटा गाँव के इलाके में घूम रहे है। इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम इलाके में पहुंच गई और नाका लगाकर चेकिंग शुरू कर दी। जोंटू और मनीष दोनों एक मोटरसाइकल पर आ रहे थे और उन्हें जब क्राइम ब्रांच की टीम ने रुकने का इशारा किया तो उन्होंने मोटरसाइकल से बैरियर गिरा दिया और सामने खड़े पुलिसकर्मियों पर चढ़ाने का प्रयास किया। इन बदमाशों ने क्राइम ब्रांच की टीम पर फायरिंग भी शुरू कर दे जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। दोनों तरफ से लगभग 40 राउंड फायरिंग में जोंटू और मनीष दोनों बदमाशों को पैरो में गोली लग गई और क्राइम ब्रांच का एक सिपाही भी घायल हो गया। क्राइम ब्रांच की टीम ने इन बदमाशों से एक मोटरसाइकल, एक पिस्टल, एक देसी कट्टा, कुछ जिंदा कारतूस बरामद कर इन्हें इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रैफर कर दिया जबकि घायल जवान का इलाज गुरुग्राम में चल रहा है।
पीजी संचालक की दो महीने पहले की थी हत्या
पुलिस को इन बदमाशों की पिछले लगभग 2 महीनों से तलाश थी जब इन्होंने गुरुग्राम के इस्लामपुर इलाके में एक पीजी संचालक की गोली मारकर इसलिए हत्या कर दी थी कि पीजी संचालक ने इनसे पीजी में रहने का किराया मांगा था। पीजी संचालक की हत्या की पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी और तभी से गुरुग्राम पुलिस इन बदमाशों की तलाश में जुटी थी। पुलिस द्वारा किये गए खुलासे में यह भी साफ हुआ है कि जोंटू बहादुरगढ़ जिले के कुलासी गाँव का रहने वाला है और यह बचपन से ही अपराध की दुनिया से जुड़ा है। जोंटू ने कई साल पहले अपने पिता के साथ मिलाकर गाँव में एक मर्डर कर दिया था लेकिन उस समय नाबालिग होने के कारण जल्द ही बाल सुधार ग्रह से छूट गया था। लेकिन इसने अपराध करना नहीं छोड़ा और रिहा होने के बाद हत्या, हत्या के प्रयास, दिल्ली में मोटी लूट के राशि की घटनाओ में शामिल रहा है। वहीं मनीष पहले विदेश में रहता था लेकिन गुरुग्राम में पीजी में रहने के दौरान सम्पर्क में आने के बाद आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया।
फिलहाल क्राइम ब्रांच की टीम को मिली इस कामयाबी पर गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर के के राव ने एनकाउंटर में शामिल पुलिस कर्मियों की टीम का हौंसला अफजाई करने के लिए उन्हें इनाम देने की घोषणा की है और उम्मीद जताई है कि गुरुग्राम क्राइम ब्रांच अपराधियों की धरपकड़ के लिए इस तरह के साहसिक कदम उठाती रहेगी।
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