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कोरोना काल के इस दौर में जो लोग वायरस की चपेट में आकर गंभीर रुप से बीमार पड़ रहे हैं, उनके लिए कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के ब्लड और प्लाजमा की जरूरत पड़ रही है। अब इसी को जालसाज अपना हथियार बनाकर जरूरतमंद लोगों की जेब काट रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल खुद धोखे का शिकार हो गए। जिसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत सिविल लाइंस थाना पुलिस को दी।
जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी अब्दुल करीम राणा उर्फ राहुल ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया। वह पुल प्रहलादपुर इलाके का रहने वाला है। वह खुद के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टर होने का दावा करता था। इस जालसाज ने प्लाज्मा डोनेट करने और फिर कैब से आने के पर 950 रुपए गूगल पे पर ट्रांसफर करवा लिए थे। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल भी जब्त किया है।
दरअसल, पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष के भतीजे पुनीत अग्रवाल के ससुर को प्लाज्मा की जरूरत थी। पुनीत ने मदद के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसके बाद उसके पास कॉल आई। आरोपी ने खुद को आरएमएल अस्पताल का का डॉक्टर राहुल ठाकुर बताया।
आरोपी ने बताया वह कोरोना पॉजिटिव से अब निगेटिव हो चुका है। हालांकि, अभी प्लाज्मा डोनेट की बात चल रही थी, इस बीच पुनीत के एक जानकार मदद को सामने आ गया। इसके बाद पुनीत ने राहुल ठाकुर का शुक्रिया अदा कर बात खत्म कर दी।
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष के एक जानकार ने उनसे मदद मांगी। उन्हें भतीजे से राहुल ठाकुर का नंबर मिला, जिसके बाद उन्होंने खुद इस जालसाज से बात की। आरोपी ने प्लाज्मा देने के लिए मेदांता अस्पताल आने की बात की और कैब से आने के नाम पर उनसे गूगल पे अकाउंट में साढ़े चार सौ रुपए डलवा लिए।
कुछ देर बाद आरोपी ने फिर रामनिवास गोयल से बात की और कहा रकम नहीं आई है, जिसके बाद उन्होंने फिर से पांच सौ रुपए गूगल पे कर दिए। रकम मिलने के बाद भी आरोपी नहीं पहुंच और उसने बाद में फोन उठाना ही बंद कर दिया।
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