आमोद तालुका के सरभाण गांव की नाबालिग के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के 68 दिनों बाद पुलिस को आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है। गांव वालों की गलतफहमी के कारण घटना स्थल से शव को घर लाने सहित कार्य में क्राइम सीन डिस्टर्ब होने के कारण केस एक समय दिशाहीन हो गया था।
हालांकि एलसीबी ने इलाके में 1100 मोबाइलों को सर्विलेंस पर रखा, 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। जिसमें 7 संदिग्ध मिले। फिर उनमें से एक के बायोलॉजिकल नमूने और मृतक के शरीर से प्राप्त नमूने के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
आठ नवंबर 2021 को आमोद तालुका के सरभाण गांव में एक नाबालिग का शव मिला था। 13 साल की एक लड़की अपनी दादी की मदद करने के लिए लकड़ी का गट्ठा लेने गांव की सीमा में गई। जहां किसी ने उसके साथ ज्यादती कर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी घई। जिसके बाद आमोद पुलिस ने दुष्कर्म और हत्या का केस दर्ज किया था। गांव वाले और परिजन मौके से बच्ची को घर ले आए। हालांकि, एसपी राजेंद्रसिंह चुडासमा ने मामले की गंभीरता पर एलसीबी टीम का मार्गदर्शन जारी रखा और हत्यारे को खोजने की कवायद की।
एलसीबी व पैरोल दस्ते की टीम ने दो माह तक सरभाण व आमोद गांव में कैंप लगाकर साक्ष्य जुटाने की कवायद की। उन्होंने आसपास के 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। साथ ही 1100 से अधिक मोबाइल धारकों की भी जांच की। दो बार घटना का रिकंस्ट्रक्शन कराया। आखिरकार 7 लोग संदेह के घेरे में आ गए। पुलिस ने उसका बायोलॉजिकल सैंपल लेकर उसकी रिपोर्ट कराई तो वसंत पुंजा राठौड़ ( लेबर कॉलोनी, सरभाण, आमोद) की रिपोर्ट मैच हो गई और पुलिस उसे उसके ससुराल जंत्रणा से गिरफ्तार कर लिया। .
दो बार 45 से अधिक लोगों का रिकंस्ट्रक्शन कराया
घटना वाले दिन मौके पर 100 से 150 मीटर की दूरी पर 45 से अधिक लोग मौजूद थे। पुलिस ने उन सभी को इकट्ठा किया था और दो बार उनकी दिनचर्या को फिर से दोहराया। सभी मामलों की गहन जांच में 7 संदिग्धों की अलग-अलग पहचान की गई और आगे की जांच की गई। -जेएन झाला, इंस्पेक्टर, एलसीबी
पुलिस ने सातों संदिग्धों के बायोलॉजिकल सैंपल लेकर एफएसएल भिजवाए। डीएनए मिलान की स्पष्ट रिपोर्ट सामने आने के बाद पुलिस ने संदिग्धों में से एक वसंत पुंजा राठौर को गिरफ्तार कर लिया। -राजेंद्रसिंह चुडासमा, एसपी, भरूच
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