गुजरात चुनाव 2022:भाजपा-कांग्रेस जाति फैक्टर में उलझी, प्रत्याशी चयन में देरी

5 महीने पहले
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भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती जातीय समीकरणों को साधकर उम्मीदवार उतारना है। - Dainik Bhaskar
भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती जातीय समीकरणों को साधकर उम्मीदवार उतारना है।

गुजरात चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए भाजपा और कांग्रेस को प्रत्याशी चयन में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। गुजरात की सत्ता पर 27 साल से काबिज भाजपा अभी तक उम्मीदवारों की एक भी लिस्ट जारी नहीं कर सकी है। जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी सिर्फ 43 प्रत्याशियों का ही ऐलान कर पाई है। इन दोनों दलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती जातीय समीकरणों को साधकर उम्मीदवार उतारना है। इस चुनाव में बड़े और छोटे 18 समुदायों ने दलों से टिकट मांगा है।

भाजपा में प्रत्याशी चयन के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील समेत गुजरात भाजपा के बड़े नेता दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ मशक्कत कर रहे हैं। गुरुवार शाम तक 90 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आने की संभावना है।

समाजों ने मांगे टिकट

पाटीदार 50, प्रजापति 10, कोली 72, ठाकोर 8, जैन 10-15, क्षत्रिय 25, अहीर 12, ब्राह्मण 10, इसके अलावा बंजारा, माली, भोई, राणा, खारवा, मेर, वाघेर जैसी अन्य छोटी जातियों ने भी अलग सीटों की मांग की है।

अब विधायक भगवान बारड ने कांग्रेस छोड़ी

कांग्रेस विधायक भगवान बारड पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इससे पूर्व विधायक मोहन सिंह राठवा ने पार्टी छोड़ी थी।