पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
अहमदाबाद से गोरखपुर और अहमदाबाद से मुजफ्फरपुर तक जाने वाली दो ट्रेनें मार्च महीनें में बंद हो जाएंगी, क्योंकि मध्य रेल के भुसावल-जलगांव में स्लाॅट की समस्या है। पाथ उपलब्ध न होने की वजह से मध्य रेल ने इन दोनों ट्रेनों को लेने से इनकार कर दिया है।
पिछले दो सालाें में उधना से करीबन 6 ट्रेनों काे चलाने का प्रस्ताव आईआरटीटीसी (टाइम टेबल मीटिंग) की मीटिंग में रखा था, पर स्लॉट न मिलने की वजह से ट्रेनें नहीं चल पाई। यही कारण है कि उधना-दानापुर और सूरत- अमरावली ट्रेन भी नियमित नहीं हो पा रही है। मध्य रेल जोन स्लॉट की कमी बताकर ट्रेनों को लेने से इनकार कर देता है।
प्रस्ताव खारिज होने के बाद पश्चिम रेलवे की ओर से कोई कोशिश भी नहीं की जाती है। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ता है। ट्रेनों कम होने या रद्द होने की वजह से यात्रियों को गांव जाने में परेशानी होती है।
पिट लाइन से नई ट्रेनों को होगा फायदा, पर ये है समस्या
उधना में पिट लाइन का काम पूरा हो गया है। इसी को संज्ञान में लेकर पश्चिम रेलवे ने उधना से इन नई ट्रेनों का प्रस्ताव आईअारटीटीसी की मीटिंग में रखा था, लेकिन स्लॉट की समस्या की वजह से ये ट्रेनें नहीं चल पा रही हैं। पश्चिम रेलवे ने इन ट्रेनों को चलाने के लिए दूसरा कोई विकल्प भी नहीं रखा है। पिट लाइन में ट्रेनों की मरम्मत होगी और उधना से नई ट्रेनों को चलाने की संभावना भी है, पर मध्य रेल जोन रोड़ा बन रहा है।
स्लॉट खाली नहीं: मध्य जोन में भुसावल से जलगांव तक ट्रेनों का दबाव अधिक, इनमें मालगाड़ियां ज्यादा
पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मध्य रेल जोन में भुसावल से जलगांव तक ट्रेनों की आवाजाही बहुत अधिक है। यही कारण है कि मध्य जोन ने अहमदाबाद-गोरखपुर और मुजफ्फरपुर ट्रेन को लेने से इनकार कर दिया। इस वजह से जून तक की फुल बुकिंग होने के बाद भी ट्रेन को रद्द कर दिया गया।
मध्य रेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारे इस सेक्शन में मुंबई से आने-जाने वाली ट्रेनों का दबाव है। भुसावल डिवीजन की कई ट्रेनें भी यहीं से आ-जा रही हैं। मध्य रेल में सबसे अधिक दबाव मालगाड़ियों का है। कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद फिर से बंद ट्रेनों को चलाया जाने लगा है। इससे ट्रेनों के पुराने स्लाॅट फुल हो गए है। यहां अतिरिक्त ट्रेनों को चलाने के लिए पाथ उपलब्ध नहीं है।
2018-20 तक इन ट्रेनों का प्रस्ताव, एक भी नहीं चली
मध्य रेल की वजह से ये ट्रेनें हुई प्रभावित
1. उधना-दानापुर | उधना से होकर दानापुर तक जाने वाली ट्रेन हफ्ते में दो दिन चलती है। पश्चिम रेलवे इसे नियमित करना चाहती है, पर मध्य रेल जोन में स्लॉट की कमी के कारण पाथ उपलब्ध नहीं है। इससे यात्रियों काे परेशानी हाे रही है। 2. उधना-भागलपुर | पश्चिम रेलवे ने उधना-भागलपुर ट्रेन को चलाने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन मध्य रेल ने स्लॉट के कारण लेने से इनकार कर दिया। इस वजह से ये ट्रेन स्थाई रूप से नहीं चल सकी। बाद में इसे रद्द कर दिया गया। 3. सूरत-अमरावती | सूरत से अमरावती के बीच द्विसाप्ताहिक ट्रेन चल रही है। पश्चिम रेलवे इसे नियमित करने के प्रयास में है। इसके लिए कोच की व्यवस्था भी हाे गई है, पर मध्य रेल के जलगांव-भुसावल सेक्शन में इसके लिए पाथ उपलब्ध नहीं है। इसलिए ये नियमित नहीं हो रही। 4. बांद्रा-भुसावल | पश्चिम रेलवे बांद्रा से भुसावल के बीच खानदेश एक्सप्रेस को हफ्ते में तीन दिन चला रही है। मध्य जोन में इसके लिए पाथ उपलब्ध नहीं है। इसलिए ये भी नियमित नहीं हो पा रही है। 5. उधना-पाल्धी | यात्रियों की सुविधा के लिए वर्ष 2018 में उधना से जलगांव के बीच मेमू ट्रेन चलाने का प्रस्ताव था, लेकिन मध्य रेल ने पाथ नहीं होने से इसे लेने से इनकार कर दिया। इसे पाल्धी तक ही चलाया जा रहा है।
पॉजिटिव- आप प्रत्येक कार्य को उचित तथा सुचारु रूप से करने में सक्षम रहेंगे। सिर्फ कोई भी कार्य करने से पहले उसकी रूपरेखा अवश्य बना लें। आपके इन गुणों की वजह से आज आपको कोई विशेष उपलब्धि भी हासिल होगी।...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.