प्रोसीजर के नाम पर खाते में जमा करा लिए रुपए:4 करोड़ रुपए में किडनी बेचने के लालच में 14.78 लाख गंवाए

सूरत2 वर्ष पहले
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  • लॉकडाउन में कर्ज से परेशान था, किसी से मदद भी नहीं मिली

लॉकडाउन में कर्ज बढ़ने से किडनी बेचने के लिए ऑनलाइन खरीददार ढूंढने निकले शख्स से 14.78 हजार की धाेखाधड़ी हो गई। शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने में की है। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आगे की जांच शुरू की है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसकी किडनी खरीदने के लिए अलग-अलग चार्ज का बहाना बनाकर उससे पैसे वसूल लिए।

शिकायतकर्ता अरबाज शहबाज राणा एजेंट का काम करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वर्ष 2020 में उनकी बहन की शादी होने और घर के अन्य खर्चा बढ़ने की वजह से उन पर लगभग 10 लाख का कर्ज हो गया था। उन्होंने अपने दोस्तों से मदद मांगी, लेकिन मदद नहीं मिली। इसलिए उन्होंने किडनी बेचने के लिए गूगल पर ‘सेल किडनी फॉर मनी’ लिखकर सर्च किया।

इसमें देखने पर कई नाम उसके सामने आए। जिसके बाद अरबाज शहबाज राणा ने डॉ. शिल्पा कुमार नामक व्यक्ति से ऑनलाइन संपर्क किया। कई बार बातचीत के बाद दोनों के बीच किडनी बेचने को लेकर डील हुई। आरोपियों ने शिकायतकर्ता से किडनी निकालने से पहले दो करोड़ और किडनी निकालने के बाद 2 करोड़, कुल मिलाकर 4 करोड़ रुपए देने की बात कही।

इसके बाद शिकायतकर्ता ने अपने सभी दस्तावेज और अन्य जानकारियां आरोपियों के साथ साझा कर दीं। आरोपियों ने शिकायतकर्ता को किडनी निकालने से पहले अलग-अलग प्रोसीजर के नाम पर कुल 14.78 लाख रुपए अपने खाते में जमा करवा लिए।.

इसके बाद आरोपियों ने न तो 4 करोड़ रुपए दिए और ना ही उनके पैसे लौटाए। इसके बाद इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने में की गई है। अरबाज शहबाज राणा का कहना है कि उन्होंने ये रुपए किसी से उधार लिए थे। उन्हें लगा कि 4 करोड़ मिलने के बाद उधार और कर्च चुका देंगे।

उधार लेकर आरोपियों को दिए थे रुपए

शिकायतकर्ता अरबाज ने बताया कि आरोपियों ने उनसे जो पैसे लिए हैं, उससे अब और कर्जा चढ़ गया है। क्योंकि उन्होंने चार्ज के नाम पर आरोपियों को चुकाए रुपए भी उधार लिए थे। उनको लगा कि पैसे मिल जाने के बाद वह सभी के कर्ज चुका देंगे। लेकिन उनके साथ धोखा हुआ इसलिए उन्होंने मामला दर्ज करवाया है।

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