गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में 1 दिसंबर को सूरत में मतदान होगा। इसको लेकर तीनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां प्रचार में जुटी हुई हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को पार्टी से फंड न मिल पाने के चलते खुद खर्च करना पड़ रहा है। आप के अधिकतर उम्मीदवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है। इसके चलते वे कार्यकर्ताओं से ही चंदा एकत्रित कर रहे हैं।
कैंडिडेट्स 10 से 100 रुपए तक ले रहे मदद
आप के कई कैंडिडेट्स का कहना है कि चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की तरफ से कोई भी आर्थिक मदद नहीं दी जा रही है। इस वजह से नेता अपने-अपने क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं और उनके सहयोगियों से मदद ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक की मदद ली जा रही है। उम्मीदवारों का कहना है कि हमारे पास फंड नहीं होने की वजह से नुकसान उठाना पड़ रहा है, फिर भी हम मैदान में डटे रहेंगे और जीतेंगे।
बड़े नेता सूरत आएंगे, पर खुद मेहनत करें
आप के बड़े नेता चुनाव प्रचार के लिए तो आएंगे, लेकिन जीतने के लिए उम्मीदवार को खुद ही मेहनत करनी पड़ेगी। आप के बड़े नेताओं ने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे किसी भी बड़े नेता के भरोसे ना रहें। अपना चुनाव प्रचार खुद करें और अपनी जीत के लिए खुद ही मैदान में उतर कर लोगों तक पहुंचें।
कांग्रेस के उम्मीदवारों का भी हाल आप के प्रत्याशियों जैसा
कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों का भी हाल आ आदमी पार्टी के प्रत्याशियों जैसी है। कांग्रेस के नेताओं के मुताबिक पहले से ही आंतरिक विवाद चल रहा है। टिकट नहीं मिलने से कई नेता नाराज हैं। इन सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए अभी तक कोई बड़ा नेता नहीं पहुंचा है। कांग्रेस के नेताओं का मनोबल टूट रहा है। सही समय पर कांग्रेस के नेताओं ने मोर्चा नहीं संभाला, तो आने वाले समय में नुकसान उठाना पड़ सकता है। मतदान के लिए अब 12 दिन और प्रचार के लिए 10 दिन का समय बचा है। आप के स्थानीय नेताओं के मुताबिक कई विधानसभा सीटों पर अभी तक कोई भी स्टार प्रचारक नहीं पहुंचा है और ना ही बड़ी सभाएं हुई हैं।
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