जामनगर-नॉर्थ सीट के लिए होगी जंग:ननद नयनाबा ने कहा- 'भाभी रीवाबा कमजोर कैंडिडेट', रीवाबा ने कहा- 'मैं उनसे बहुत छोटी हूं'

जामनगर4 महीने पहले
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गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार कई सीटें ऐसी हैं, जहां दोनों मुख्य पार्टियों यानी कि कांग्रेस और बीजेपी के कैंडिडेट्स में रोमांचक जंग होने वाली है। इस क्रम में हम बात कर रहे हैं जामनगर नॉर्थ सीट की। इस सीट से बीजेपी ने भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रीवाबा को कैंडिडेट बनाया है। मजेदार बात यह है कि कांग्रेस की ओर से रीवाबा के खिलाफ चुनाव प्रचार की कमान रीवाबा की ननद यानी कि नयनाबा ने थाम रखी है।

दरअसल, इस सीट से पहले नयनाबा को ही कांग्रेस का टिकट मिलना था, लेकिन एन वक्त पर बिपेंद्र सिंह जडेजा को टिकट दे दिया गया। नयनाबा कांग्रेस महिला मोर्चा की मंत्री हैं और इसी के चलते अब वे बिपेंद्र सिंह के लिए प्रचार कर रही हैं। इस तरह परिवार में दो बहनों की तरह रहने वाली ननद-भाभी अब चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं।

नयनाबा जामनगर से कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं।
नयनाबा जामनगर से कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं।

रीवाबा का नाम चर्चा में आने पर क्या कहा था नयना ने?
रीवाबा का बीजेपी से टिकट मिलने की चर्चा काफी समय से थी। इस सिलसिले में करीब 10 दिन पहले भास्कर की टीम ने नयना से रीवाबा को लेकर बात की थी। इस समय नयना ने कहा था कि अगर बीजेपी अपने मौजूदा विधायक धर्मेंद्र सिंह जडेजा का टिकट काटकर रीवाबा को टिकट देती है तो बीजेपी ये सीट हार जाएगी। क्योंकि, धर्मेंद्र सिंह जडेजा एक बड़े नेता है। 2012 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीते थे। इसके बाद वे बीजेपी में शामिह हो गए थे। 2017 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर लड़ा और फिर जीते, क्योंकि उन्हें हराना आसान नहीं। वहीं, उनकी जगह रीवाबा एक कमजोर कैंडिडेट हैं। रीवाबा को टिकट मिला तो कांग्रेस का कोई भी कैंडिडेट उन्हें हरा देगा।

बहन पद्मिनी और नयनाबा के साथ रवींद्र जडेजा।
बहन पद्मिनी और नयनाबा के साथ रवींद्र जडेजा।

रीवाबा के खिलाफ चुनाव प्रचार करूंगी
बीजेपी ने तीन दिन पहले ही अपने 160 कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी की, जिसमें रीवाबा का नाम शामिल है। इसके बाद भास्कर ने नयनाबा से दोबारा संपर्क कर उनकी राय जानी। इस बातचीत में भी नयना ने यही कहा कि रीवाबा कमजोर कैंडिडेट हैं और कांग्रेस के बिप्रेंदभाई उन्हें आसानी से हरा देंगे। अगर रीवाबा की जगह धर्मेंद सिंह जडेजा होते तो थोड़ी मुश्किल हो सकती है। जब उनसे प्रचार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से हूं और बिपेंद्रभाई के लिए ही प्रचार करूंगी।

परिवार में वे सबसे बड़ी हैं: रीवाबा
वहीं, इस बारे में भास्कर की टीम ने जब रीवाबा से बात की तो उन्होंने कहा- नयनाबा हमारे परिवार में सबसे बड़ी है। वे किसी और पार्टी की बाद में है, उससे पहले वे मेरी ननद हैं और मैं उनसे बहुत छोटी हैं। बड़ी होने के नाते वे फ्लो में ऐसा बोल गई होंगी कि मैं कमजोर कैंडिडेट हूं। इसके अलावा वे अलग पार्टी की हैं और उसके लिए प्रचार करेंगी ही। उनकी विचारधारा को मैं नियंत्रित नहीं कर सकती।

प्रचार में मेरे साथ रहेंगे रवींद्र: रीवाबा
जब हमने रीवाबा से रवींद्र जडेजा के बारे में पूछा कि आपके चुनाव प्रचार में रवींद्र कम शामिल होंगे, तो इसके जवाब में रीवाबा ने कहा- जब मैं नामांकन फॉर्म भरने जाऊंगी तब वे मेरे साथ ही रहेंगे और मेरे लिए प्रचार भी करेंगे।

निकाय चुनाव में भी आमने-सामने थीं नयना-रीवाबा
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है, जब चुनावी मैदान में ननद और भाभी एक-दूसरे के सामने हैं। इससे पहले 2021 के निकाय चुनाव में भी रीवाबा भाजपा की तरफ से तो नयनाबा काग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करती नजर आईं थीं।

पिछले साल हुए निकाय चुनाव प्रचार के दौरान रीवाबा और नयनाबा।
पिछले साल हुए निकाय चुनाव प्रचार के दौरान रीवाबा और नयनाबा।

निर्दलीय लड़ेंगे धर्मेंद्र सिंह जडेजा
जामनगर नॉर्थ सीट परिसीमन के बाद 2012 में अस्तित्व में आई थी। 2012 के चुनाव में धर्मेंद सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। इसके बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए था और बीजेपी के टिकट पर 2017 का चुनाव भी उन्होंने ही जीता था। लेकिन, इस बार बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया। इसके चलते उन्होंने यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।