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सिविल सर्जन डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अब यह वैक्सीनेशन पूरे सप्ताह यानी सातों दिन किया जाता है। नवीनतम निर्देशों के अनुसार 45 से 60 वर्ष आयु के सभी नागरिकों के टीकाकरण के लिए किसी दीर्घकालिक बीमारी का प्रमाण पत्र दिखाने की आवश्यकता नहीं है।
सिविल सर्जन ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा गत 22 मार्च को जारी हिदायतों अनुसार यदि किसी नागरिक को कोविशील्ड वैक्सीनेशन की प्रथम डोज लगी है, तो दूसरी डोज को 6 से 8 सप्ताह के अंतर पर लगवाना बेहतर होगा।
कोवैक्सीन के लिए यह अंतराल अभी भी 4 से 6 सप्ताह का ही रहेगा। उन्होंने बताया कि 45 वर्ष से कम आयु के स्वास्थ्य कर्मिकों/ प्रथम श्रेणी कार्यकर्ता का प्रथम डोज के लिए पंजीकरण बंद कर दिया गया था। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 5 अप्रैल 2021 को जारी हिदायतों अनुसार अब ये कर्मिक/ कार्यकर्ता अपने विभाग से निर्धारित प्रोफार्मा में एम्प्लायमेंट सर्टिफिकेट लेकर ही प्रथम डोज हेतू अपना पंजीकरण करवा पाएंगे।
सिविल सर्जन डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक जिले में कुल 45 हजार से अधिक नागरिकों का टीकाकरण किया जा चुका है। टीकाकरण सरकारी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पर नि:शुल्क उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पैनल पर लिए गए अस्पतालों में 250 रुपए के शुल्क पर भी कोविड वैक्सीनेशन करवाया जा सकता है।
उन्होंने जिला वासियों से आह्वान किया कि इस बीमारी को हराने के लिए कोविड-19 टीकाकरण एक माध्यम है इसलिए इन सेंटरों पर अपना फोटो पहचान पत्र लेकर आएं और टीकाकरण करवाएं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण उपरांत भी मास्क का प्रयोग जारी रखें, साबुन व पानी से बार-बार हाथ धोएं, सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी का पालन करें तथा अपना व अपने परिजनों का टीकाकरण करवाएं।
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