पिपली में सरस्वती चैनल स्थल को पर साबरमती की तरह रिवर फ्रंट तैयार किया जाना है। इसे लेकर प्रयास शुरू हो चुका है। डिजाइन तैयार करने का जिम्मा हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड की तरफ से पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के वास्तुकार कॉलेज को सौंपा है। कॉलेज की टीम ने पिपली सरस्वती चैनल स्थल का निरीक्षण भी किया है। बोर्ड के उपाध्यक्ष के साथ बुधवार को पिपली सरस्वती चैनल स्थल पर पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से पहुंची वास्तुकार कॉलेज की टीम ने जायजा लिया।
पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से सहायक प्रो. डॉ. गरिमा, सहायक प्रो. डॉ. घनश्याम, डॉ. विजय, जिला वन अधिकारी रविन्द्र धनखड़, सिंचाई विभाग के एसडीओ डॉ. जितेन्द्र ने पिपली सरस्वती चैनल स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान बोर्ड के उपाध्यक्ष ने बताया कि किस तरह इस स्थल को रिवर फ्रंट के रूप में विकसित किया जाना है। धर्मस्थली के प्रवेश द्वार पिपली को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड ने तैयार की है। जिस जगह से हजारों वर्ष पूर्व पवित्र सरस्वती बहती थी, आज उसी स्थल पर पिपली सरस्वती चैनल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। पिपली में साबरमती की तर्ज पर रिवर फ्रंट के रूप में विकसित किया जाना है, जिसकी योजना तैयार की गई है। सरस्वती चैनल की बरसातों से पहले पूरी तरह सफाई करवा दी गई थी। पिछले दो दिन से हो रही बरसात का पानी सरस्वती चैनल में सुचारू रूप से चल रहा है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.