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जगाधरी रोड पर फोरलेन निर्माण में लगी एजेंसी की लेटलतीफी शहर के वाहन चालकों पर भारी पड़ती जा रही है। 15 दिन पहले एजेंसी ने सिविल अस्पताल के पास रोड के हिस्से को खोद दिया था। अब तक यहां न तो गट्का-बजरी डाली गई है और न ही यहां पर काम किया गया। दिनभर इस स्थान पर धूल मिट्टी उड़ रही है। जर्जर सड़क से ही वाहन चालकों को गुजरना पड़ रहा है। बता दें कि एजेंसी को पहले शहरी क्षेत्र में जल्द कार्य करने के निर्देश दिए गए थे।
जीटी रोड से लेकर टांगरी नदी पुल तक 4 किलोमीटर लंबे जगाधरी रोड का निर्माण कर रही एजेंसी शहर में सुस्त रफ्तार से काम कर रही है। सिविल अस्पताल चौक के पास एजेंसी ने 6 जनवरी को एसडी विद्या स्कूल से लेकर परशुराम चौक तक रोड को उखाड़ना शुरू कर दिया था। इस कारण रोड की एक लेन को ब्लॉक कर दिया था। नियम अनुसार रोड उखाड़ने के साथ-साथ नई रोड बनाने के लिए एक-दो दिनों में गट्का-बजरी डालने का काम शुरू देना चाहिए था ताकि रोड की फिलिंग की जा सके। मगर आज तक यहां पर गटका-बजरी नहीं डाली गई।
रोड फिलिंग के बाद इसे लेवल करने में भी समय लगता है। निर्माण एजेंसी के मैनेजर मनिंद्र ने बताया कि फरवरी माह के अंत तक शहरी क्षेत्र में फोरलेन निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। अलग-अलग पाइंट्स पर अभी काम चल रहा है।
स्वास्तिक चौक पर सुस्त रफ्तार से चल रहा काम
जीटी रोड के साथ फोरलेन के शुरूआती पाइंट पर स्वास्तिक चौक के पास भी काम सुस्त रफ्तार पर चल रहा है। करीब 1 माह से रोड यहां बंद पड़ी है, मगर जिस तेजी से यहां काम होना चाहिए, वह रफ्तार नहीं है। एजेंसी ने यदि इतना समय लेना था तो रेलवे रोड को बंद नहीं करना चाहिए था। निर्माण कार्य चलने की वजह से बीते करीब डेढ़ माह से इस एरिया में ढाबे व अन्य दुकानें बंद पड़ी हैं। निर्माण एजेंसी ने नवंबर में यहां दुकानों व ढाबों के आगे अतिक्रमण हटाते हुए तोड़फोड़ की थी और तभी से यहां दुकानदारी पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है।
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